पटना: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का जदयू के विरोध के बावजूद उनसे गांधीनगर में मुलाकात करने के कारण पार्टी से छह वर्षो के लिए निष्कासित किए गए विधायक छेदी पासवान ने आज कहा कि उन्हें पार्टी से निकाले जाने के पूर्व कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिए था पर ऐसा […]
पटना: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का जदयू के विरोध के बावजूद उनसे गांधीनगर में मुलाकात करने के कारण पार्टी से छह वर्षो के लिए निष्कासित किए गए विधायक छेदी पासवान ने आज कहा कि उन्हें पार्टी से निकाले जाने के पूर्व कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिए था पर ऐसा नहीं हुआ.
पासवान ने आज यहां पत्रकारों से बात करते हुए मोदी से अपनी मुलाकात को औपचारिक मुलाकात की संज्ञा देते हुए कहा कि जदयू नेतृत्व को पार्टी के संविधान का पालन करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करना चाहिए था पर ऐसा नहीं किया गया.बिहार के कैमूर जिला के मोहनिया विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक पासवान ने कहा कि मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर बात नहीं की थी.
पूछने पर कि क्या मोदी देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर स्वीकार किए जाएंगे पासवान ने कहा कि उन्हें लेकर देश के युवाओं के बीच उत्साह है. सवाल करने पर कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी में से वह किसे बेहतर नेता मानते हैं? उन्होंने कहा कि दोनों के बीच काफी अंतर है.जदयू से निष्कासन के बाद आगे की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने कहा कि उनकी लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा है और भविष्य की रणनीति अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ विचार विमर्श कर तय करेंगे.