पटना: बेली रोड में समनपुरा मोड़ के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को मरीज अरुण कुमार सिंह (सहायक निदेशक, कृषि विभाग) की मौत होने के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.
इस दौरान अस्पताल के कर्मचारी व परिजनों के बीच बहस व धक्का-मुक्की हुई. हंगामे की जानकारी मिलने पर शास्त्री नगर पुलिस पहुंची और आक्रोशित लोगों को शांत कराया. अप्रिय स्थिति से निबटने के लिए अतिरिक्त बल भी तैनात कर दिया गया था. अरुण कुमार सिंह की पत्नी रीना सिंह ने अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए शास्त्री नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. अरुण कुमार सिंह के तीन पुत्र हैं. बड़े लड़केसंतोष कुमार सिंह मल्टीनेशनल कंपनी में इंजीनियर, दूसरे चितरंजन मुंबई में वकालत और तीसरे लड़के संतोष कुमार पटना में ही बिजनेस करते हैं.
चिकित्सकों ने दी एडमिट होने की सलाह : दीघा के नासरीगंज निवासी अरुण कुमार सिंह 17 सितंबर को अपने एक मित्र को दिखाने के लिए पारस एचएमआरआइ अस्पताल गये थे. वहां उन्होंने अपना चेकअप कराया. परिजनों का कहना है कि चेकअप के बाद हार्ट में काफी हद तक ब्लॉकेज और अंतिम स्थिति में होने की जानकारी देते हुए एडमिट होने की सलाह दी.
इसके बाद वे 18 सितंबर को वहां एडमिट हो गये. वहां के चिकित्सकों ने हार्ट का ऑपरेशन किया. इस दौरान लापरवाही हुई. इस लापरवाही से उन्हें कार्डियक अरेस्ट का शिकार होना पड़ा और मौत हो गयी. परिजनों ने किसी प्रकार की मारपीट से इनकार किया है. इस संबंध में मृतक की पत्नी रीना सिंह ने अस्पताल के चिकित्सक डॉ संजय कुमार के खिलाफ लापरवाही की जानकारी शास्त्री नगर थाना पुलिस को दी है. दूसरी ओर, इस संबंध में अस्पताल के जीएम ऑपरेशन डॉ रवि कुमार के मोबाइल पर संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया, लेकिन वह कवरेज एरिया से बाहर बताता रहा. शास्त्री नगर थानाध्यक्ष कमलापति सिंह ने चिकित्सक के खिलाफ लापरवाही की प्राथमिकी दर्ज होने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच हो रही है.