इसके बाद सात जून को अपराधियों ने उन्हें छोड़ दिया. इसके बाद भी पुलिस लगातार घटना पर नजर बनाये हुए रही और चार अपहर्ताओं को पकड़ा. खास बात यह है कि पकड़े गये अपहर्ताओं का सरगना सचिवालय थाने के क्यू मोबाइल का जवान दीपक कुमार निकला. गिरफ्तार अपहर्ताओं में सरगना दीपक समेत अमित प्रताप सिंह (यारपुर, गर्दनीबाग), श्याम यादव (रामपुर टोला, आमी, दिघवारा) व रंजीत साव (सरिस्ताबाद) शामिल हैं. हालांकि एक अपराधी सुभाष (यारपुर) भाग गया. अपहर्ताओं के पास से एक बाइक भी बरामद की गयी है, जिस पर बैठा कर जवान दीपक कुमार व श्याम यादव ने सुनील का अपहरण किया था. अपहरण करने के बाद सुनील कुमार उपाध्याय को इन लोगों ने अमित प्रताप के घर पर रखा था. सिटी एसपी पश्चिमी राजीव मिश्र ने बताया कि फरार आरोपित को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. पकड़े गये जवान समेत चारों को जेल भेज दिया गया है. जवान को निलंबित किया जायेगा और फिर उस पर विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी.
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सचिवालय थाने का क्यू मोबाइल जवान दीपक करवाता था अपहरण, सिपाही निकला सरगना
पटना: आइआरसीटीसी के लाइसेंसी ब्रोकर सुनील कुमार उपाध्याय (हरिशचंद्र नगर, बेऊर) का अपहर्ताओं ने छह जून को बेऊर थाना इलाके के सिपारा पुल के समीप से अपहरण कर लिया और सकुशल रिहाई के लिए पांच लाख की फिरौती मांगी. पुलिस के तुरंत सक्रिय होने और ताबड़तोड़ छापेमारी किये जाने के बाद अपहर्ता दबाव में आ […]
पटना: आइआरसीटीसी के लाइसेंसी ब्रोकर सुनील कुमार उपाध्याय (हरिशचंद्र नगर, बेऊर) का अपहर्ताओं ने छह जून को बेऊर थाना इलाके के सिपारा पुल के समीप से अपहरण कर लिया और सकुशल रिहाई के लिए पांच लाख की फिरौती मांगी. पुलिस के तुरंत सक्रिय होने और ताबड़तोड़ छापेमारी किये जाने के बाद अपहर्ता दबाव में आ गये.
बुलाया रेल टिकट बनाने, कर लिया अपहरण
जानकारी के अनुसार छह जून को जवान दीपक कुमार ने श्याम के मोबाइल से फोन कर लाइसेंसी ब्रोकर सुनील कुमार उपाध्याय को बताया कि उसे रेल टिकट बनवाना है, इसलिए वह सिपारा पुल के पास चला आये. सुनील वहां गया तो उसे अपनी बाइक पर दीपक और श्याम ने जबरन बैठा लिया और फिर उसे लेकर अमित प्रताप के घर पर पहुंचा. जहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उससे पांच लाख रुपये मांगने लगे और पुलिस का धौंस भी जमाने लगे. सुनील को उन लोगों ने बताया कि वह गलत तरीके से रेल टिकट बनाता है और इस बात की जानकारी पुलिस अधिकारियों को है. उनके ही इशारे पर तुम्हें पकड़ा गया है.
पांच लाख मांगा व 70 हजार पर बनी बात
जवान दीपक ने सुनील के मोबाइल से उसके ही घर पर फोन किया. सुनील की बेटी ने फोन उठाया तो उससे पांच लाख की रंगदारी मांगी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. इस घटना के बाद सुनील की पत्नी लल्ली देवी ने तुरंत ही बेऊर थाने को सूचना दी. अपहर्ताओं से काफी मोल-तोल हुआ और वे लोग पांच लाख के बजाय मात्र 70 हजार लेने पर राजी हो गये.
मोबाइल नंबर से तह तक पहुंची पुलिस
सिटी एसपी पश्चिमी राजीव मिश्र के निर्देश पर फुलवारीशरीफ डीएसपी इम्तेयाज अहमद व बेऊर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार की टीम ने कई जगहों पर छापेमारी की. सात जून की शाम को ही उन लोगों ने पुलिस की दबिश के बाद छोड़ दिया. लेकिन पुलिस अपहर्ताओं के पीछे लगी रही. उसे श्याम का मोबाइल नंबर मिल चुका था. इसके बाद पुलिस ने सबों को गिरफ्तार कर लिया.
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