संवाददाता, पटनापूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 10 साल के कार्यकाल में एक भी बिजली कारखाना चालू नहीं करा सके. इसके कारण राज्य पूरी तरह से बिजली के लिए केंद्र पर निर्भर है. कुमार को बताना चाहिए कि बरौनी बिजली कारखाना अब तक बंद क्यों है? कांटी के क्षमता विस्तार का कार्य अधूरा क्यों है? केंद्र सरकार द्वारा बरौनी के लिए स्वतंत्र रूप से बादाम कोल ब्लॉक के आवंटन के बावजूद विस्तारीकरण का काम पूरा क्यों नहीं हो सका? बिजली आपूर्ति व कृषि के लिए अलग फीडरवाली दीनदयाल उपाध्याय ग्राम्य ज्योति योजना के तहत राज्य सरकार अब तक एक भी प्रस्ताव केंद्र को क्यों नहीं भेजा? नीतीश कुमार बताएं कि क्या यह सच नहीं है कि केंद्र सरकार ने केंद्रीय प्रक्षेत्र से बिहार के लिए बिजली का कोटा बढ़ा कर 2603 मेगावाट कर दिया है. यूपीए की सरकार के कार्यकाल में राज्य को मुश्किल से 1700 मेगावाट बिजली भी नहीं मिल पाती थी? मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यकाल में केंद्र सरकार के सहयोग से एकमात्र कांटी बिजली कारखाना में उत्पादन शुरू हुआ. बिजली की निर्माणाधीन चौसा (बक्सर), पीरपैंती (भागलपुर) और कजरा (लखीसराय) परियोजनाएं कब पूरा होगी है? चौसा के लिए जुलाई, 2013 में सतलज जल विद्युत निगम से और पीरपैंती तथा कजरा के लिए एनएचपीसी व एनटीपीसी से फरवरी, 2014 में समझौते पर हस्ताक्षर और देवचां कोल ब्लॉक के आवंटन के बावजूद जमीन का अधिग्रहण अब तक क्यों नहीं किया गया. नवीनगर में स्थापित होने वाले 1900 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट का निर्माण कार्य धीमी गति से क्यों चल रहा है? क्या मुख्यमंत्री अपने बचे हुए तीन महीने के कार्यकाल में इसे पूरा करा पायेंगे?
नीतीश के दस साल के कार्यकाल में एक भी बिजली कारखाना नहीं: मोदी
संवाददाता, पटनापूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 10 साल के कार्यकाल में एक भी बिजली कारखाना चालू नहीं करा सके. इसके कारण राज्य पूरी तरह से बिजली के लिए केंद्र पर निर्भर है. कुमार को बताना चाहिए कि बरौनी बिजली कारखाना अब तक बंद क्यों है? कांटी के […]
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