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तीन मौतों के बाद भी नहीं चेता प्रशासन, गांधी सेतु पर फिर एक मौत

पटना: गांधी सेतु पुल की ट्रैफिक पटरी पर नहीं आ पा रही है. लगातार दूसरे दिन पुल पर हुई दुर्घटना ने पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. तीनों लोगों की साथ मौत के बाद भी पुलिस नहीं चेती और चौबीस घंटे के अंदर मंगलवार को फिर पटना पुलिस के एक […]

पटना: गांधी सेतु पुल की ट्रैफिक पटरी पर नहीं आ पा रही है. लगातार दूसरे दिन पुल पर हुई दुर्घटना ने पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. तीनों लोगों की साथ मौत के बाद भी पुलिस नहीं चेती और चौबीस घंटे के अंदर मंगलवार को फिर पटना पुलिस के एक जमादार जयदीप की मौत हो गयी.

चौंकाने वाली बात यह है कि हादसे को अंजाम देने के बाद वाहन चालक गाड़ी सहित फरार हो गया. हादसा किस गाड़ी से हुई पुलिस यह भी पता नहीं कर सकी है.

इससे साफ है कि पुल की ट्रैफिक भगवान भरोसे है. यह हालत तब है जब पटना व हाजीपुर पुलिस का पूरा ध्यान गांधी सेतु पर है. तैनाती के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल, बीएमपी के जवान तैनात किये गये हैं. आइजी से लेकर ट्रैफिक एसपी तक पुल की मॉनीटरिंग करे रहे हैं, लेकिन नतीजे पर बात की जाये तो कोई बदलाव नहीं है. मंगलवार को भी सेतु पर जाम लगा रहा.

पटना में जमादार के पद पर पदस्थापित था जयदीप
हवलदार जयदीप (40) महनार के वासदेवपुर चंदेल गांव का रहने वाला था. वह पटना पुलिस में जमादार के पद पर पदस्थापित था. इधर, कुछ दिनों से विभागीय प्रशिक्षण करने के लिए हर रोज पटना पुलिस लाइन आ रहा था. मंगलवार की सुबह भी वह पटना आ रहा था. इसी दौरान अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दिया जिससे उसकी मौत हो गयी. टक्कर कैसे हुई इसका पता नहीं चल सका है. दुर्घटना के बाद गाड़ी चालक भागने में सफल रहा. दुर्घटना के बाद बाइक की डिक्की से पुलिस की टोपी एवं परिचय पत्र से उसकी पहचान की गयी. दुर्घटना में बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है.वह हाजीपुर के नखास चौक पर किराये के मकान में रहता था. गंगा ब्रिज थानाध्यक्ष शाहनवाज खान ने बताया कि शव के पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों को सौंप दिया गया. जयदीप की शादी 2002 में समस्तीपुर के ओखना कल्याण गांव की सपना से हुई थी. शादी के दो वर्ष पहले ही जयदीप ने बिहार पुलिस में नौकरी पायी थी. उसके बाद से वह दरभंगा, पटना, वैशाली सहित अन्य जिलों में अपना योगदान देता रहा. इधर, वह कई माह से पटना पुलिस में ही कार्यरत था. मृतक की भाभी प्रेम लता ने बताया कि अभी एक महीना पहले ही जयदीप को पदोन्नति हुई थी. उसी का प्रशिक्षण लेने वह पटना जा रहे थे.
मॉनीटरिंग पर भी उठ रहे सवाल
गांधी सेतु पर अभी तीन कैमरे काम कर रहे हैं. कहने के लिए पुलिस पदाधिकारियों की मॉनीटरिंग चल रही है, लेकिन जिस तरह से दुर्घटनाएं हो रही हैं. उससे पदाधिकारियों की मॉनीटरिंग पर भी सवाल उठ रहे हैं.

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