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प्रशिक्षु नर्सो ने किया हंगामा

पटना सिटी: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संचालित नर्सिग स्कूल की प्रशिक्षु परिचारिकाओं के लिए तीन वर्षो के संघर्ष के बाद छात्रावास की सुविधा तो मिली, लेकिन अब तक छात्राओं को उसमें शिफ्ट नहीं किया गया है. छात्रावास का उद्घाटन 11 जून को ही हो गया है. उद्घाटन के समय ही पंद्रह दिनों के अंदर […]

पटना सिटी: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संचालित नर्सिग स्कूल की प्रशिक्षु परिचारिकाओं के लिए तीन वर्षो के संघर्ष के बाद छात्रावास की सुविधा तो मिली, लेकिन अब तक छात्राओं को उसमें शिफ्ट नहीं किया गया है. छात्रावास का उद्घाटन 11 जून को ही हो गया है. उद्घाटन के समय ही पंद्रह दिनों के अंदर छात्राओं को छात्रावास में शिफ्ट करना था, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी छात्रावास के नये भवन में शिफ्ट नहीं किया गया. इसी बात से नाराज छात्राओं ने हंगामा मचाया.

हंगामा कर रही छात्राओं ने बताया कि बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार से मुलाकत थी. उन्हीं के निर्देश पर गुरुवार को अस्पताल में विभाग के ओएसडी डॉ गंगा प्रसाद पहुंचे थे. आक्रोशित छात्राओं ने उनको घेर कर अपनी पीड़ा सुनायी. हालांकि, बाद में अधिकारी ने नवनिर्मित व पुराने छात्रावास का निरीक्षण किया. साथ ही अस्पताल अधीक्षक डॉ शिव कुमारी प्रसाद व उपाधीक्षक संतोष कुमार से शिफ्ट नहीं होने की वजह जानी. अधीक्षक व उपाधीक्षक ने बताया जाता है कि विद्युत कनेक्शन नहीं रहने के कारण छात्राओं को वहां शिफ्ट नहीं किया गया है. कनेक्शन के लिए पैसा जमा किया जा चुका है.

हालांकि अधिकारी ने आठ दिनों के अंदर कार्य पूरा करा छात्राओं को शिफ्ट करने का आदेश दिया. इधर हंगामा कर रही छात्राओं का कहना है कि पुराने भवन में अस्पताल के इमरजेंसी के उपर संचालित विद्यालय में बाथरूम, शौचालय व एक बेड पर तीन छात्राओं के रहने से अब भी परेशानी बनी है. बताते चले कि नवनिर्मित पांच मंजिले छात्रावास के 202 कमरों की सुविधा है. हालांकि छात्रावास में अब तक लिफ्ट भी नहीं लगा है. जबकि तीन माह के अंदर लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होने का उद्घाटन के समय दिया गया था.

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