पटना: राज्य के आठ विश्वविद्यालयों के कुल 774 प्रोफेसर्स के मार्च और अप्रैल के वेतन में से 25 फीसदी राशि काटी जायेगी. राज्य सरकार द्वारा सभी विश्वविद्यालयों को भेजी गयी वेतन की राशि से इन शिक्षकों की 25 फीसदी राशि काट कर भुगतान करने का निर्देश सभी विश्वविद्यालयों को दे दिया गया है.
शुक्रवार को शिक्षा विभाग में सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों आयोजित बैठक में यह निर्देश दिये गये. आठ विश्वविद्यालय के कुल 774 प्रोफेसर्स ने अब तक पे-वेरफिकेशन कोषांग को अपना आवेदन नहीं दिया है. विश्वविद्यालयों में सिर्फ तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर ही ऐसा है जहां के सभी प्रोफेसर ने अपना पे वेरिफिकेशन करवा लिया है, बाकी सभी विश्वविद्यालयों में 17 से लेकर 179 तक शिक्षकों ने अब तक अपना पे वेरिफिकेशन नहीं करवाया है.
शिक्षा विभाग करेगी समीक्षा : शिक्षा विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि जब तक ये प्रोफेसर्स अपना पे वेरिफिकेशन नहीं करवाते हैं तब तक उनके वेतन की राशि से कटौती की जायेगी.
शिक्षा विभाग के अपर सचिव के सेंथिल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विश्वविद्यालयों के उपयोगिता प्रमाण पत्र, नैक की मान्यता को लेकर उठाये गये कदम की रिपोर्ट भी सभी कुलसचिवों ने विभाग को सौंपा. इसके साथ-साथ विश्वविद्यालयों ने वोकेशनल कोर्स से आमदनी व विभिन्न खातों में जमा राशि का ब्योरा भी विभाग को दिया है. शिक्षा विभाग अब इसकी समीक्षा करेगा. इस बैठक में उच्च शिक्षा निदेशक प्रो एसएम करीम, उपनिदेशक अनूप कुमार सिन्हा, ओएसडी शिवेश रंजन, सरिता सिंह समेत सभी विवि के रजिस्ट्रार मौजूद थे.