पटना: मार्च 2013 में ही करबिगहिया ग्रिड को चालू करने की सुगबुगाहट शुरू हुई. मगर, उसके छह महीने बाद भी अब तक इसका उद्घाटन नहीं कराया जा सका है. 160 मेगावाट क्षमता के इस ग्रिड का निर्माण 65 करोड़ की लागत से हुआ है. इस बीच, बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी के एमडी संजय कुमार सिंह ने भी दो बार पावरग्रिड का निरीक्षण कर अधिकारियों को ग्रिड जल्द चालू करने के निर्देश दिये. कंपनी ने जून में एक बार, जुलाई में एक बार, अगस्त में दो बार तारीख निश्चित कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों उद्घाटन का फैसला किया, मगर हर बार छोटी-छोटी बाधाएं मुश्किल पैदा करती रहीं.
अंडरग्राउंड केबलिंग ने किया परेशान
ग्रिड को चालू करने में अंडरग्राउंड केबलिंग ने बड़ा परेशान किया है. मीठापुर बस स्टैंड के पास 33 केवी का अंडरग्राउंड केबल क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसकी मरम्मत में इंजीनियरों के पसीने छूट गये. फिलहाल ग्रिड को जल्द चालू करने के लिए इसको पुराने मीठापुर ग्रिड से जोड़ा जा रहा है. इसके लिए दो दिन मीठापुर ग्रिड कुछ घंटे बंद भी रहा.
रास्ते के लिए आंदोलन
गाड़ियों के परिचालन को लेकर पाटलिपुत्र जंकशन पूरी तरह तैयार है. मगर जंकशन चालू होने पर नहर से सटे रहनेवाले 600 लोग विस्थापित होंगे. वहीं दूसरी ओर, नजदीक के कई मोहल्ले के लोग रास्ते को लेकर भी लगातार आंदोलन कर रहे हैं.