पटना : दो माह पूर्व ही महानगर भाजपा के अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त हो गया,लेकिन अब तक चुनाव नहीं हुआ. महानगर भाजपा के 42 मंडलों में 50 प्रतिशत में भी संगठन चुनाव नहीं हुआ है. महानगर भाजपा पदाधिकारियों के छह पद रिक्त हैं.
छह पदाधिकारी विभिन्न मंच में प्रदेश पदाधिकारी बन गये हैं. यही नहीं महानगर भाजपा का सक्रिय सदस्यता अभियान भी अब–तक समाप्त नहीं हुआ है. भाजपा के कार्यक्रम व संगठन में बड़ी भूमिका निभाने वाले महानगर भाजपा का संगठन चुनाव नहीं होने के कारण कार्यकर्ता मायूस हैं.
महानगर भाजपा पटना लोकसभा क्षेत्र के चार विधानसभा क्षेत्र क्रमश: पटना साहिब, कुम्हरार, बांकीपुर और दीघा को कवर करता है. संगठन चुनाव नहीं होने के कारण चारों विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की गतिविधि धीमी पड़ गयी हैं. महानगर भाजपा का अध्यक्ष पद पार्टी में महत्वपूर्ण माना जाता है. महानगर भाजपा के अध्यक्ष पद से विधायक बनने का भी रास्ता खुलता रहा है.
कभी महानगर भाजपा के अध्यक्ष रहे स्व. नवीन किशोर सिन्हा, नंदकि शोर यादव व अरुण सिन्हा विधायक और मंत्री तक बने. नंद किशोर यादव आज विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता हैं, तो अरुण सिन्हा विपक्ष के मुख्य सचेतक. पिछले सात–आठ वर्षो से महानगर अध्यक्ष पद पर सुशील मोदी या नंद किशोर यादव गुट का ही कोई नेता काबिज होता रहा है. वर्तमान अध्यक्ष मोदी ग्रुप के, तो पूर्व अध्यक्ष किरण शंकर व विश्वनाथ भगत नंद किशोर यादव ग्रुप के थे.