22.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आर ब्लॉक के दोनों फ्लैंक बंद, शहर में लगा जाम

आशा समेत कई संगठनों के जुलूस-प्रदर्शन के कारण बंद हुआ गेट पटना : आशा सहित आर ब्लॉक पर धरना-प्रदर्शन पर बैठे कई संगठनों के चलते मंगलवार को ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हुई. आशा को आर ब्लॉक से आगे बढ़ने से रोकने के लिए दोपहर में अचानक गेट बंद कर दिया गया, जिसके जाम की समस्या उत्पन्न […]

आशा समेत कई संगठनों के जुलूस-प्रदर्शन के कारण बंद हुआ गेट
पटना : आशा सहित आर ब्लॉक पर धरना-प्रदर्शन पर बैठे कई संगठनों के चलते मंगलवार को ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हुई. आशा को आर ब्लॉक से आगे बढ़ने से रोकने के लिए दोपहर में अचानक गेट बंद कर दिया गया, जिसके जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी. बुद्ध मार्ग से लेकर बेली रोड, इनकम टैक्स गोलंबर व अमरनाथ पथ सहित कई सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार दिखी.
बंदोबस्ती कार्यालय कर्मियों ने दिया धरना : बंदोबस्ती कार्यालयों में कार्यरत सैकड़ों कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर आर ब्लॉक पर धरना दिया. बिहार राज्य भू-माप व बंदोबस्ती सह चकबंदी कर्मचारी संघ की ओर से आयोजित इस धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए महामंत्री चंद्र किशोर प्रसाद ने कहा कि बंदोबस्त कार्यालयों में कार्यरत कर्मियों के लिए बिहार राजस्व नियमावली में प्रोन्नति का प्रावधान नहीं किया गया है.
इसके चलते समूह घ के कर्मी निम्नवर्गीय लिपिक में प्रोन्नति नहीं पा सके. प्रोन्नति नहीं मिलने से तृतीय वर्ग के तमाम पद रिक्त हैं. संघ द्वारा मांगों से संबंधित ज्ञापन सर्वे निदेशक को दिया गया.
10 हजार बीघा भूमि 100 बीघा भी नहीं बची : वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को संरक्षित नहीं कर पाने का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के खिलाफ आर ब्लॉक चौराहे पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए मुजफ्फरपुर शिया मसजिद के इमाम-ए-जुमा मौलाना सैयद काजिब शबीब ने कहा कि बिहार में शिया वक्फ बोर्ड की 10 हजार बीघा से भी अधिक संपत्ति थी, जो अब शायद 100 बीघा भी नहीं रह गयी. शिया वक्फ बोर्ड की अकर्मण्यता से सब खत्म हो गया है.
आशा का प्रदर्शन
सरकारी सेवक घोषित करने व मानदेय बढ़ा कर पंद्रह हजार रुपये किये जाने की मांग को लेकर आशा ने प्रदर्शन किया. बिहार राज्य आशा संघ (गोपगुट) व बिहार राज्य आशा संघ (एटक) के बैनर तले बड़ी संख्या में आशाकर्मियों ने गांधी मैदान से डाकबंगला, जंकशन, जीपीओ होते हुए आर ब्लॉक तक जुलूस निकाला. उनके प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर जाम लग गयी.
इसका नेतृत्व संघ की राज्य अध्यक्ष शशि यादव, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोपगुट) के नेता रामबली प्रसाद, महासचिव प्रेमचंद, कौशलेंद्र कुमार वर्मा व रीता कुमारी सहित कई नेता कर रहे थे. आर ब्लॉक पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेताओं ने मांग को लेकर आवाज बुलंद की. उन्होंने चार मई को आयोजित मजदूर किसान अधिकार मार्च में भी शामिल होने की घोषणा की.
उपवास रख जताया आक्रोश
पटना : बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ ने उपवास रख वेतनमान लागू करने की मांग की. मंगलवार को गांधी मैदान के कारगिल चौक पर सूबे से आये नियोजित शिक्षकों ने दिन भर उपवास रख कर तीन लाख 38 हजार नियोजित शिक्षकों को वेतनमान देने की मांग की. संघ के महासचिव डा ॅभोला पासवान ने बताया कि समान काम के लिए समान वेतन की मांगों को लेकर शिक्षकों का आंदोलन जारी है.
यदि सरकार 30 तक शिक्षकों की मांगे नहीं मानी, तो संघ द्वारा एक मई को कैंडल मार्च निकाल विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. वहीं, नियोजित शिक्षक संघ के बैनर तले बांकीपुर गल्र्स हाइस्कूल के बाहर अलग-अलग स्कूलों के बैनर तले नियोजित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने विरोध जताया. इनमें राजेंद्र नगर गल्र्स हाइस्कूल, कमला नेहरू विद्यालय गर्दनीबाग, दारोगा प्रसाद राय हाइस्कूल, मिलर हाइस्कूल, शास्त्रीनगर गल्र्स हाइस्कूल, बिहार प्रदेश प्लस टू व्यावसायिक शिक्षा संघ समेत कई स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हड़ताल का समर्थन करते हुए शैक्षणिक कार्य का बहिष्कार किया.
संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवेंद्र पाठक ने बताया कि मांगे पूरा होने तक आंदोलन जारी रखा जायेगा. बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोपगुट) की ओर से 18 सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया गया. संघ के महासचिव नागेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षक समाज में सम्मानपूर्वक जीवन गुजर-बसर करने के लिए वेतनमान की लड़ाई कर रहे हैं.
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव केदार नाथ पांडेय ने बताया कि शिक्षकों की हड़ताल जारी है. इसका असर मैट्रिक मूल्यांकन पर भी पड़ रहा है. इसके जिम्मेदार स्वयं सरकार है. यदि सरकार कोई शीघ्र निर्णय नहीं लेती है, तो आंदोलन जारी रखा जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें