पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को डॉ भीमराव आंबेडकर की जयंती पर भाजपा और उसके केंद्रीय नेताओं पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग वोट के सौदागर हैं. उन्हें लगता है कि किसी का नाम लेने से वोट मिलेगा, तो उसी का नाम लेने लगते हैं. वे वेश बदल कर तरह-तरह की बात करते हैं.
सत्ता के लिए तरह-तरह का वेश भी बदलते हैं. ऐसे बहरूपिये से सावधान रहने की जरूरत है और हर स्तर पर सचेत रहना चाहिए. जदयू कार्यालय में पार्टी के महादलित प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित आंबेडकर जयंती समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस विचार के खिलाफ डॉ आंबेडकर ने अपना जीवन लगा दिया, वैसे विचारों के लोग भी आज उनका नाम ले रहे हैं और उनकी जयंती पर कार्यकर्ता समागम कर रहे हैं. आनेवाले समय में ऐसे नकली विचारवाले लोग हमें मिलेंगे. वे लोग विचारों में विकृति पैदा करेंगे. उनसे सतर्क रहें.
और इन पर नजर रखें. बहुत लोगों को प्रचार प्रसार में महारथ हासिल है. वे हिटलर को माननेवाले हैं और उसके अनुयायी बन कर घूमते हैं. ऐसे लोग समाज में बोल-बोल कर विभेद व तनाव पैदा करने का काम करते हैं. सीएम ने कहा कि ऐसे लोग जब विधायक, सांसद, मंत्री पद की शपथ लेते हैं, तो कोई भगवान तो कोई सत्य निष्ठा की शपथ लेते हैं, लेकिन करते क्या हैं? डॉ आंबेडकर की जयंती पर समागम करते हैं, वहीं समय-समय पर समाज को बांटने का नारा भी देते हैं. कभी लव जेहाद, कभी बच्च ज्यादा पैदा करने, तो कभी घर वापसी की बात होती है.
जब भारत हमारा पूरा घर है और हम सब भारत माता की संतान है, तो घर वापसी की बात कैसे हो रही है? ऐसे नारा देनेवाले लोग समाज को बांटने वाले, विद्वेष फैलानेवाले, जिनके मन में भेदभाव की भावना है, वैसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग विधानसभा चुनाव में झूठ का सहारा लेकर बात करेंगे. विधानसभा चुनाव में भी बहुत गप चलेगा. लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार काला धन लाने का आश्वसान दिया गया, क्या यह आया? नौजवानों को नौकरी का आश्वासन दिया गया , लेकिन नौकरी के अवसर भी बंद कर दिये गये. अब तो जमीन छीननेवाला कानून भी आ गया है. पता नहीं क्या-क्या झूठा आश्वासन दिया जायेगा? इससे सचेत रहें. लोकतंत्र गोली से नहीं, बोली चलती है. इसलिए आप जुबान चलाइए. कुछ लोग समाज में झंझट-तनाव पैदा करेंगे. ऐसे में संकल्प लें कि समाज में जो झगड़ा लगाने की कोशिश करेगा, उसमें भागीदार नहीं बनेंगे और उसका परदाफाश करेंगे. जदयू की सरकार ने समाज को न तो तोड़ने का का काम किया, ना ही छोड़ने का, सिर्फ जोड़ने का काम किया है.
चंद लोगों की तरक्की नहीं, सबकी तरक्की से ही विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद लोगों की तरक्की से विकास नहीं होता और न ही सिर्फ भौतिक तरक्की ही सब कुछ है. सब लोगों की तरक्की होनी चाहिए. देश व बिहार के विकास के लिए इनसान का विकास होगा आवश्यक है. राज्य में सभी को बराबरी का हक मिलना चाहिए. बिहार में बहुत संभावना है. यहां आबादी है, अवसर की कमी नहीं है. लोग इसका फायदा उठा सकें. उसके लायक उन्हें बनाना है. समाज के दबे-कुचले लोगों को विशेष अवसर देने के लिए काम करना चाहिए.
सीएम ने कहा कि महादलित समाज को मुख्यधारा से जोड़ना है. इसके लिए पूरा समाज तय कर ले कि कोई बच्च अशिक्षित नहीं रहेगा. लड़का हो या लड़की सभी को सभी को पढ़ाया जायेगा. जो पढ़ेगा, वही आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि हमें अपने वोट के अधिकार के महत्व को समझना होगा. अब रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होता, इवीएम के बटन दबाने के प्रतिनिधि चुना जाता है. डॉ आंबेडकर ने जो बराबरी व समानता का सिद्धांत दिया है, उसका पालन करना है.
आंबेडकर की बढ़ी प्रासंगिकता : वशिष्ठ
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि समय बीतने के साथ लोगों को भूल जाते हैं, लेकिन डॉ आंबेडकर की प्रासंगिकता बढ़ी है. जो लोग उन्हें मानते नहीं थे, वे भी उन्हें याद कर रहे हैं. इससे समाज में हलचल पैदा हुई है. रोटी सेंकने के लिए कुछ लोग बहुत हद तक जा सकते हैं, लेकिन सच्चई है कि बिहार में हुए परिवर्तन को देश-विदेश ने देखा है. बिहार फिलहाल चुनौती के दौर से गुजर रहा है. इसे देखना-सुनना लोगों ने शुरू किया है.
बिहार के सामने है बड़ी चुनौती : श्याम रजक
खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने कहा कि महादलितों के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है. आज हमारे सामने चुनौती का का समय है. डपोरशंखी लोग प्रोपगेंडा फैला रहे हैं, उनकी साजिश का परदाफाश करना है. साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ को और मजबूत करना है. समारोह में सांसद रामनाथ ठाकुर, विधान पार्षद रामवचन राय, रुदल राय, सह प्रवक्ता संजय सिंह, विधायक अरुण मांझी, ललन भुइंया, महासचिव रवींद्र सिंह, नवीन आर्या, पूर्व विधायक अजय पासवान, उदय मांझी, राज्य नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह, अनिल पाठक, युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुशवाहा, उपाध्यक्ष राघव धर्मेद्र सिंह, मुकेश कुमार समेत अन्य मौजूद थे.