वे लोग बता सकते हैं कि उनके साथ क्या हुआ था और इस पूरे प्रकरण में कौन-कौन लोग शामिल थे. 11वीं में फेल करा कर 12 वीं की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड दिये जाने के नाम पर कितने पैसों का खेल हुआ.
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इमेल व फोन पर भी दे सकेंगे जानकारी
पटना: डीएवी बीएसइबी में पास-फेल के खेल का परदाफाश करने के लिए पटना पुलिस ने सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी का इमेल व फोन नंबर जारी किया है. इस इमेल आइडी या फोन नंबर पर कोई भी छात्र या अभिभावक स्कूल प्रशासन या प्राचार्य के संबंध में जानकारी दे सकता है. वे लोग बता […]
पटना: डीएवी बीएसइबी में पास-फेल के खेल का परदाफाश करने के लिए पटना पुलिस ने सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी का इमेल व फोन नंबर जारी किया है. इस इमेल आइडी या फोन नंबर पर कोई भी छात्र या अभिभावक स्कूल प्रशासन या प्राचार्य के संबंध में जानकारी दे सकता है.
मालूम हो कि पुलिस को स्कूल प्रशासन ने 11 वीं में 85 छात्रों के फेल होने की सूची उपलब्ध करायी थी. इनमें से ज्यादातर छात्र 12 वीं की परीक्षा में भी शामिल हुए थे. अब तक पांच छात्र व उनके अभिभावक इस मामले में पुलिस के सामने आये हैं. उन्होंने पुलिस को स्कूल प्रशासन व पूर्व प्राचार्य रामानुज प्रसाद के संबंध में पूरी जानकारी दी है. पुलिस के अनुसार अभिभावकों व छात्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई करने में मदद मिलेगी.
एक्सपर्ट करेंगे कॉपियों की जांच
स्कूल प्रशासन से पुलिस को 11वीं के सभी 85 फेल छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं मिली हैं. पुलिस इन कॉपियों की एक्सपर्ट से जांच करायेगी. इससे यह पता चल सके कि उन्हें जान-बूझ तो फेल नहीं किया गया था. इसके लिए संबंधित विषयों के एक्सपर्ट की पुलिस मदद लेगी. पुलिस उन तमाम छात्रों के हर स्तर की परीक्षा की कॉपी भी स्कूल प्रशासन से मांग रही है, ताकि इसका पता चल सके कि छात्रों की परीक्षा पहले कैसी गयी थी और उन्हें कितने मार्क्स मिले थे. तमाम स्तरों की कॉपियों की जांच पुलिस इसलिए करना चाहती है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि छात्र पढ़ने में पहले कैसे थे? अगर किसी छात्र ने साप्ताहिक परीक्षा में लगातार अच्छा किया था, तो वह 11 वीं की परीक्षा में अचानक कैसे फेल हो गया? साप्ताहिक या मासिक परीक्षा की कॉपी जांच से छात्रों की योग्यता की जानकारी मिल जायेगी.
दस्तावेज से भरे कमरे होंगे सील
पटना पुलिस ने अब उन दोनों कमरों को सील करने का फैसला लिया है, ताकि जब जांच की आवश्यकता हो तो न्यायालय के आदेश के बाद उन कमरों का सील खोल कर उनकी जांच की जा सके. अनुमान यह लगाया जा रहा है कि डीएवी बीएसइबी स्थित उन दोनों कमरों में छात्रों से जुड़े काफी दस्तावेज हैं.
दोनों मामलों के बदले गये अनुसंधानकर्ता
आइजी एके आंबेडकर के निर्देश पर छात्र के गायब होने व पास-फेल के खेल से जुड़े दोनों मामलों के अनुसंधानकर्ता को बदल दिया गया है. डीएवी विद्यालय के पूर्व प्राचार्य रामानुज प्रसाद के केस की जांच अब सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी करेंगे. इसके साथ ही इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का भी गठन किया गया है. इसके पूर्व इस मामले की जांच के अनुसंधान कर्ता शास्त्री नगर थाने के एसआइ ज्योति पुंज थे. इसी प्रकार छात्र के गायब होने के मामले के नये अनुसंधानकर्ता शास्त्री नगर थानाध्यक्ष रमेश प्रसाद सिंह बनाये गये है. इसके पूर्व इस केस की अनुसंधानकर्ता इंदू कुमारी थी.
क्या कहते हैं आइजी
जोनल आइजी ए के आंबेडकर ने अभिभावकों व छात्रों से अपील की है कि वे जारी इमेल आइडी व मोबाइल नंबर पर तमाम जानकारी दें. इसमें पुलिस मदद करेगी और उनके नामों को गुप्त रखा जायेगा. यह बात स्पष्ट है कि अगर छात्र फेल हुए थे तो उन्हें 12 वीं की परीक्षा में कैसे शामिल किया गया? लेकिन इसमें कौन-कौन लोग शामिल है, इस बिंदु पर अनुसंधान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अभी तक पांच अभिभावक व छात्रों ने अपनी शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में स्थित दोनों कमरों को पुलिस सील कर देगी.
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