पटना: पटना विश्वविद्यालय में शनिवार को कंप्यूटर ले जाने को लेकर काफी हो-हल्ला हुआ. माइडलॉजिस्टिक कंपनी के कर्मचारी कंप्यूटर विभाग से अपना सामान लेने आये थे, जिन्हें छात्रों व विवि से जुड़े लोगों ने रोक कर हंगामा किया. बाद में कुलपति डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने भी इसे गंभीर मसला बताते हुए कहा कि निगरानी जांच पूरी होने तक कंप्यूटर विभाग का कोई भी सामान बाहर नहीं जायेगा.
देर शाम तक रही गहमा-गहमी
वीसी ने विभाग के को-ऑर्डिनेटर केपी सिंह व कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. हालांकि, 16 अगस्त को विश्वविद्यालय प्रशासन ने माइडलॉजिस्टिक कंपनी को अपना सामान ले जाने की अनुमति दी थी.
देर शाम तक इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय में गहमागहमी की स्थिति बनी रही. हंगामा कर रहे लोग कंप्यूटर विभाग के को-ऑर्डिनेटर केपी सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. ज्ञात हो कि पूर्व कुलपति डॉ शंभूनाथ सिंह समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में निगरानी विभाग ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.