पटना:बिहार की नीतीश सरकार ने प्रदेश में सत्ता से बाहर किए गए भाजपा के आठ पूर्व मंत्रियों को सरकारी बंगला वापस लौटाने के लिए नोटिस भेजा है. भवन निर्माण विभाग के अधिकारी विनोद चौधरी ने बताया कि भाजपा के पूर्व मंत्रियों को केंद्रीय पूल के अंतर्गत मंत्री के सरकारी आवास को वापस लौटाने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
उन्होंने कहा कि इन सरकारी बंगलों को सात दिनों के भीतर वापस नहीं लौटाने पर उसके बाद उन्हें दो अन्य नोटिस जारी किया जाएगा जिसमें एक बंगला खाली करने से संबंधित होगा और आवश्यकता पड़ने पर पटना जिला प्रशासन के सहयोग से जबरन बंगला खाली करवाया जाएगा.
भाजपा द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने पर जदयू के गत 16 जून को भाजपा से नाता तोडे जाने के बाद बिहार की नीतीश सरकार ने भाजपा के 11 मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था. मंत्री पद से हटाए जाने के बाद भाजपा के पूर्व मंत्री एक महीने तक मंत्री वाले बंगला में रहने के लिए अधिकृत थे.यह पूछे जाने पर कि भाजपा के इन पूर्व मंत्रियों से मंत्री वाला बंगला खाली कराए जाने से पूर्व क्या उन्हें विधायक होने के नाते कोई बंगला आवंटित किया गया है तो चौधरी ने बताया कि उसके लिए उन्हें विधानमंडल के माध्यम से आवेदन देना होगा.
भाजपा के जिन पूर्व मंत्रियों को बंगला वापस लौटाने के लिए नोटिस दिया गया है उनमें अश्विनी चौबे,चंद्रमोहन राय,गिरिराज सिंह,प्रेम कुमार,सत्यनारायण आर्या,सुखदा पांडेय,रामाधार सिंह और जनार्दन सिंह सिग्रीवाल शामिल हैं.गिरीराज ने कहा कि भवन निर्माण विभाग के इस नोटिस के विरोध में वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,बिहार विधान परिषद के सभापति और विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखेंगे.
भवन निर्माण विभाग के अधिकारी विनोद चौधरी ने बताया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव क्रमश:बिहार विधान परिषद और बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता होने के नाते वे मंत्री वाला बंगला पाने के हकदार हैं.