पटना : तीन दिवसीय बिहार दिवस समारोह रविवार से गांधी मैदान में शुरू हो जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शाम 4: 30 बजे गांधी मैदान में बने मुख्य मंच से इसका उद्घाटन करेंगे. समारोह की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री पीके शाही करेंगे. इस मौके पर कई मंत्री, विधायक सहित शहर के गण्यमान्य भी मौजूद रहेंगे. समारोह की थीम ‘हमारा बिहार, गौरवशाली बिहार, प्रगतिशील बिहार’ रखा गया है. विधिवत उद्घाटन से पहले दोपहर 12 बजे से हीसमारोह आम लोगों के लिए खुल जायेगा.
आधा गांधी मैदान होगा गुलजार
बिहार दिवस को लेकर आधा गांधी मैदान आयोजनों से गुलजार रहेगा. मुख्य आयोजन स्थल पर मंच सहित कई पैवेलियन बनाये गये हैं, जिनमें दिन भर गतिविधियां चलेंगी. इसके अलावा आपदा प्रबंधन प्राधिकार और व्यंजन मेले को लेकर अलग से घेराबंदी की गयी है. आपदा प्रबंधन प्राधिकार की आवंटित जगह पर राहत-बचाव को लेकर सेफ्टी पार्क का लाइव डेमोंस्ट्रेशन चलेगा.
सर्वश्रेष्ठ विद्यालय शिक्षा समिति अध्यक्ष व प्राध्यापक होंगे पुरस्कृत
समारोह स्थल पर बने जनशिक्षा निदेशालय के पैवेलियन में जिलों की सर्वश्रेष्ठ विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष और प्रधानाध्यापक शिक्षा मंत्री के हाथों पुरस्कृत होंगे. शिक्षा मंत्री 66105 विद्यालयों की वेबसाइट का लोकार्पण भी करेंगे.
फैक्ट फाइल :-
मुख्य समारोह स्थल : मुख्य मंच व सहायक मंच, प्राथमिक व जनशिक्षा सहित चार पैवेलियनों में स्कूलों की गतिविधि, चलचित्र पैवेलियन, कृषि, उद्योग, कल्याण आदि विभागों के स्टॉल.
आपदा प्रबंधन प्राधिकार : सेफ्टी पार्क में राहत बचाव कार्य का डेमोंस्ट्रेशन
व्यंजन मेला : स्ट्रीट वेंडरों द्वारा बनाये गये स्ट्रीट फूड के दर्जनों स्टॉल
– मुख्य मंच के सामने वीवीआइपी-वीआइपी व प्रेस सहित करीब 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था
– सामान्य लोगों का प्रवेश गांधी मैदान के मध्य बने पश्चिमी द्वार से, निकास व प्रवेश की अलग-अलग व्यवस्था
– वीआइपी वाहनों का प्रवेश एसबीआइ के सामने मुख्य द्वार से, गांधी मूर्ति की बगल में पार्किग
– सामान्य वाहनों की पार्किग उद्योग भवन के सामने से फूड कोर्ट के पीछे, करीब 500 छोटे-बड़े वाहन
– करीब 60 हजार लोगों के आने की उम्मीद
– सुरक्षा में 72 मजिस्ट्रेट, इतने ही पुलिस अधिकारी एवं करीब 800 लाठीधारी पुलिस बल
– दो एंबुलेंस गांधी मैदान में, एक एसके मेमोरियल हॉल परिसर में तैनात
– मैदान के अंदर-बाहर दो फायर बिग्रेड की तैनाती
– कोई भी परेशानी पर कंट्रोल रूम के नंबर 0612-2219810/2219234 पर शिकायत की व्यवस्था
महिला सशक्तीकरण नीति मंजूर, एलान आज
पटना. बिहार में ‘महिला सशक्तीकरण नीति, 2015’ तैयार हो गयी है. रविवार को बिहार दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसकी विस्तार से घोषणा करेंगे. इस संबंध में शनिवार को सीएम की अध्यक्षता में कैबिनेट की विशेष बैठक आयोजित की गयी, जिसमें इस नीति को मंजूरी दी गयी. बिहार में पहली बार इस तरह की कोई नीति तैयार की गयी है. इसमें महिलाओं के रोजगार और सुरक्षा से जुड़ी खास व्यवस्था की गयी है. समाज कल्याण विभाग इसका नोडल विभाग होगा. इसके तहत सभी विभागों को महिला से जुड़े मुद्दे पर काम के लिए टास्क दिया गया है. सभी विभागों में महिलाओं के लिए खास नीति तैयार की जायेगी, ताकि इन्हें हर स्तर पर व्यापक लाभ मिल सके.
इस नीति को तैयार करने से पहले आम लोगों, विशेषज्ञों और सभी महत्वपूर्ण विभागों से सुझाव लिये गये थे. सभी सुझावों पर कई वर्कशॉप के माध्यम से गहन मंथन करने के बाद इसमें कई अहम बातें जोड़ी गयी हैं. हालांकि, इस नीति में क्या-क्या खास है, यह घोषणा के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार, लोहिया के महिला सशक्तीकरण से जुड़े सिद्धातों को खास तवज्जो दिया गया है. इसमें स्वच्छता और सफाई अहम है.
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित मिशन मानव विकास की कैबिनेट कमेटी महिला सशक्तीकरण नीति के कार्यान्वयन की समीक्षा करेगी. इस नीति के तहत राज्य की समेकित कार्ययोजना बनाने के लिए मुख्य सचिव के स्तर पर विभागीय सचिवों की एक समिति रहेगी, जो एक महीने में कार्ययोजना तैयार कर लेगी. इस नीति में जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए महिला शिक्षा पर खासतौर से ध्यान दिया गया है. आंकड़े बताते हैं कि अगर लड़कियां प्लस टू तक पढ़ लें, तो जनसंख्या दर स्थिर हो जायेगी. इससे राज्य की जनसंख्या 40 साल बाद नीचे आ जायेगी. नारी के शिक्षित होने से भ्रूणहत्या और बाल विवाह को बंद करने में काफी मदद मिलेगी. इस तरह की तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए इस नीति को तैयार किया गया है और इन बातों को सरजमीं पर उतारने के लिए इसमें खासतौर से व्यवस्था की गयी है. गुड गवर्नेस के लिए महिला सशक्तीकरण बेहद जरूरी है.