पटना : दवा वितरण और उसकी गुणवत्ता की जांच के सवाल पर बिहार विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह को पक्ष-विपक्ष ने एक साथ घेरा. विधायक नितिन नवीन के सवाल और स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से पक्ष-विपक्ष ने असंतोष जताया. नितिन नवीन ने जानना चाहा था कि पिछले नौ महीने (छह जून 2014) से दवा का वितरण बंद हैं और 11 करोड़ की करीब 121 दवाओं की गुणवत्ता की जांच रिपोर्ट भी पेंडिंग है.
इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 18 मार्च, 2015 से चार दवाएं ही पड़ी हुई हैं. नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं. उनके जवाब से दवा घोटाले का असर दिख रहा है.