Advertisement
बताया अस्पताल,घर का मिला लोकेशन,38 डॉक्टर पकड़े गये
स्वास्थ्य विभाग ने मांगा स्पष्टीकरण, नहीं देने पर गिरेगी गाज मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद सीएम सचिवालय की जांच टीम ने डॉक्टरों को पकड़ा पटना : डॉक्टर साहब कहां हैं. आप कौन? हम स्वास्थ्य विभाग से बात कर रहे हैं. सर,हम अस्पताल में ड्यूटी पर है. आज मेरी नाइट शिफ्ट है. अच्छा ठीक है. […]
स्वास्थ्य विभाग ने मांगा स्पष्टीकरण, नहीं देने पर गिरेगी गाज
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद सीएम सचिवालय की जांच टीम ने डॉक्टरों को पकड़ा
पटना : डॉक्टर साहब कहां हैं. आप कौन? हम स्वास्थ्य विभाग से बात कर रहे हैं. सर,हम अस्पताल में ड्यूटी पर है. आज मेरी नाइट शिफ्ट है. अच्छा ठीक है. डॉक्टर साहब काम कीजिए. बस यू ही फोन किया था. थोड़ी देर बाद अस्पताल के नंबर पर फोन आया. डॉक्टर साहब हैं क्या.
आप कौन साहब बोल रहे हैं. एक मरीज को दिखाना था, तो यह नंबर मिला था. सुबह में आइएगा. अभी सर नहीं हैं. बस इतना सुनने के बाद एक गाड़ी अस्पताल परिसर में पहुंचती है और वहां मौजूद कर्मचारी से डॉक्टर साहब के नंबर पर फोन लगाने को कहा जाता हैं. डॉक्टर साहब फोन उठाते हैं.
डॉक्टर साहब को स्पष्टीकरण देने के लिए कहा जाता है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस तरह से सीएम सचिवालय व राज्य हेल्थ सोसाइटी की टीम ने अब तक 38 से अधिक डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण शुक्रवार तक स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर के पास पहुंच जायेगा. नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई होगी.
पीएमसीएच के छह डॉक्टर भी शामिल
टीम की रिपोर्ट में छह डॉक्टर पीएमसीएच के हैं, जो देर रात ड्यूटी से गायब थे. अन्य डॉक्टर विभिन्न अस्पतालों के हैं, जिन पर ड्यूटी से गायब रहने का आरोप है. इन्होंने जांच टीम को अपनाअलग-अलग लोकेशन बताया. स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. सीएम के समीक्षा बैठक के बाद इस तरह की कार्रवाई हो रही है.
सीएम की समीक्षा के बाद सभी जिलों में एक विशेष टीम बनी है, जो अस्पतालों में डॉक्टरों की जानकारी ले रही है. कई चिकित्सकों का लोकेशन ट्रेस किया गया. कई ऐसे डॉक्टर मिले हैं जिन्होंने टीम को अपना लोकेशन गलत बताया है. उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है.
रजनीश कुमार, प्रशासी पदाधिकारी, राज्य स्वास्थ्य समिति
प्रधान सचिव 23 को करेंगे समीक्षात्मक बैठक
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र 23 मार्च को मुजफ्फरपुर में बैठक करेंगे. बैठक में उन क्षेत्रों के सिविल सजर्न व चिकित्सा प्रभारी मौजूद रहेंगे,जहां पिछले साल एइएस का प्रकोप अधिक रहा है. बैठक में एइएस पर किस तरह से काबू किया जाये और बीमार बच्चे को तुरंत चिकित्सा सुविधा कैसे मिले. इस पर चर्चा होगी. प्रधान सचिव ने बताया कि बैठक को लेकर सभी सिविल सजर्न को दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement