पटना: राजधानी में जाम की बड़ी वजह बनने वाले ऑटो चालकों की मनमानी पर लगाम लगने वाली है. जब पुलिस-प्रशासन सख्ती करता है, तो ऑटो वाले हड़ताल कर ब्लैकमेल करते हैं, लेकिन अब यह नहीं चलेगा. प्रधान सचिव के निर्देश के बाद जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश राय की अध्यक्षता में सभी ऑटो यूनियन को इसकी […]
पटना: राजधानी में जाम की बड़ी वजह बनने वाले ऑटो चालकों की मनमानी पर लगाम लगने वाली है. जब पुलिस-प्रशासन सख्ती करता है, तो ऑटो वाले हड़ताल कर ब्लैकमेल करते हैं, लेकिन अब यह नहीं चलेगा. प्रधान सचिव के निर्देश के बाद जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश राय की अध्यक्षता में सभी ऑटो यूनियन को इसकी जानकारी दे दी है.
डीटीओ कार्यालय में बुधवार को हुई बैठक में ट्रैफिक एसपी प्राणतोष कुमार दास, आरटीए सचिव ईश्वरचंद सिन्हा की उपस्थिति में राजधानी के सभी ऑटो यूनियन के प्रतिनिधि उपस्थित थे. बैठक में कई निर्णय लिए गये.
इसके मुताबिक पटना के कई इलाके जीरो टॉलरेंस जोन बनाये जायेंगे. इसकी शुरुआत हड़ताली मोड़ से होगी. यदि उन्होंने नो पार्किग जोन में गाड़ी खड़ा किया या फिर ट्रैफिक नियमों की अवहेलना की तो उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. कागजात अपडेट रखना होगा क्योंकि पकड़े गये तो पैरवी नहीं सुनी जायेगी. सीधे ऑटो जब्त होगा. एक सप्ताह में अब इसकी जांच के लिए प्रशासन की टीम निकलेगी. डीटीओ दिनेश राय ने बताया कि सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक वाहनों की जांच की जायेगी. इसमें अवैध पार्किग भी शामिल रहेगी. यदि गलती करते पकड़े गये, तो सख्त कार्रवाई होगी.
क्या लिये गये निर्णय?
नो पार्किग में ऑटो नहीं लगाएं
बीच रोड पर यात्री को न चढ़ाएं न उतारें
ऑटो में अश्लील गीत नहीं बजाएं
रात में बॉडी लाइट का प्रयोग करें
गाड़ी नंबर और पुलिस कोड लिखा हो
ओवरलोडिंग नहीं करें
अपनी दायीं ओर यात्री नहीं बैठाएं