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डीएवी बीएसइबी स्कूल से गायब हुई छात्रा का नहीं मिला सुराग प्राचार्य, तीन शिक्षकों व एक दोस्त से पूछताछ
पटना: डीएवी बीएसइबी परिसर से गायब हुई छात्रा प्रिया का अब भी कोई सुराग नहीं मिल सका है. मंगलवार को पुलिस ने छात्र के एक फ्रेंड व अशोक नगर रोड नंबर 14 निवासी राजू (काल्पनिक नाम) को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है. वहीं घटना के संबंध में डीएवी के प्राचार्य रामानुज […]
पटना: डीएवी बीएसइबी परिसर से गायब हुई छात्रा प्रिया का अब भी कोई सुराग नहीं मिल सका है. मंगलवार को पुलिस ने छात्र के एक फ्रेंड व अशोक नगर रोड नंबर 14 निवासी राजू (काल्पनिक नाम) को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है.
वहीं घटना के संबंध में डीएवी के प्राचार्य रामानुज प्रसाद, तीन शिक्षक औरांग, महाराणा व विकास कुमार लाल से शास्त्री नगर थाने में सिटी एसपी (पश्चिमी) राजीव मिश्र व सचिवालय डीएसपी ने पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार इन्होंने इस बात की ही जानकारी दी है कि वह छात्रा उस स्कूल में नहीं पढ़ती थी और घटना के दिन भी उससे मुलाकात नहीं हुई है. इस बीच स्कूल परिसर में सबसे ऊपरी तल्ले पर स्थित एक कमरे में मिले खून जैसे धब्बे की जांच के लिए एफएसएल की टीम नमूने को अपने साथ ले गयी है. पुलिस इस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि एक -दो दिनों के अंदर ही मामले का खुलासा कर लिया जायेगा.
पुलिस अधिकारियों के सामने रो पड़ी बड़ी बहन
एसएसपी जितेंद्र राणा व सिटी एसपी (पश्चिमी) राजीव मिश्र मंगलवार को थाने पर पहुंचे और छात्र के गायब होने के अनुसंधान की प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने छात्रा के परिजनों से भी पूछताछ की. प्रिया की बड़ी बहन सोनल पुलिस अधिकारियों के सामने रो पड़ी. पिता समीर रॉय की स्थिति भी काफी खराब थी. वे लोग मंगलवार की सुबह से थाने में जमे थे. शाम होते-होते जब उनसे कहा गया कि अनुसंधान चल रहा है, पुलिस खोजने में लगी है, आप लोग घर चले जायें, तो वे लोग रुआंसे हो गये.
सात दिनों में 136 बार फोन पर बात
छात्रा के एक फ्रेंड ने पूछताछ में बताया कि जिस दिन छात्रा गायब हुई है, वह अपने समस्तीपुर में स्थित एक रिश्तेदार के यहां शादी में भाग लेने गया हुआ था. इस बात के फोटोग्राफ व अन्य दस्तावेज भी पुलिस को उसके परिजनों ने सौंपा है. इस छात्रा ने एक सप्ताह के अंदर छात्रा से 136 बार फोन पर बात की थी. इसमें उसने अपने मोबाइल के साथ ही अपने पिता के मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल किया था. पुलिस ने जब प्रिया के मोबाइल फोन का एक माह का कॉल डिटेल निकाला, तो यह बात सामने आ गयी. छात्रा नवमी का छात्र है व बोरिंग रोड में एक कोचिंग में पढ़ाई करता है.
दूसरे स्कूल से सेटिंग तो नहीं ?
पुलिस इस बिंदु पर भी अब काम कर रही है कि स्कूल का कोई शिक्षक दूसरे स्कूल से एग्जाम दिलाने की सेटिंग में तो नहीं लगा था. क्योंकि स्कूल प्रशासन इस पर अडिग है कि छात्रा अब उस स्कूल में नहीं पढ़ती थी. वहीं, परिजन का कहना हैं कि उनकी बेटी स्कूल में पढ़ने के लिए जाती थी. पुलिस इस तहकीकात में जुटी है कि उसका स्कूल में एडमिशन न हो, लेकिन उसे किसी और स्कूल से परीक्षा दिलाने का आश्वासन दिया गया हो. शायद उसी उदेश्य से वह 65 हजार की राशि लेकर स्कूल पहुंची थी. पुष्टि के लिए छात्र-छात्राओं की लिस्ट भी मांगी गयी है.
पिता का दावा, स्कूल में एडमिट कार्ड लाने गयी थी बेटी
छात्रा के पिता समीर रॉय ने कहा कि उनकी बेटी एडमिट कार्ड लाने के लिए ही स्कूल गयी थी. उसे बुलाया गया था व डीएवी के ही एक शिक्षक ने 15 फरवरी के बाद किसी दिन एडमिट कार्ड देने के लिए फेसबुक के माध्यम से सूचना दी थी. उन्होंने दावा किया कि स्कूल में हुए कार्यक्रम में उसे मेडल भी मिला था, जिसके फोटोग्राफ उनके पास हैं.
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