19 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

होली बाद बजट सत्र, सत्र बाद कैबिनेट का विस्तार: नीतीश

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य हित में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से परहेज नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि होली के बाद बजट सत्र आयोजित होगा. सत्र के पहले दिन सदन में बहुमत साबित किया जायेगा. असम, यूपी और पश्चिम बंगाल […]

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य हित में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से परहेज नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि होली के बाद बजट सत्र आयोजित होगा. सत्र के पहले दिन सदन में बहुमत साबित किया जायेगा. असम, यूपी और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में आने से उत्साहित नीतीश कुमार ने पूर्वी राज्यों के साथ पॉलिटिकल ब्लॉक बनाने की संभावना से इनकार किया है. उन्होंने कहा, नौ माह पूर्व पद त्याग किया था. ऐसी परिस्थितियां बन गयी कि फिर से मुङो कार्यभार संभालना पड़ा. मैंने जिम्मेवारी ली है, तो पूरे मन से ली है. मैंने तो छोड़ दिया था. लेकिन लोग संतुष्ट नहीं थे, खुश नहीं थे. लोगों ने मुङो जनादेश दिया था. 2005-2010 के बीच जो काम हुआ था, इस आधार पर अगले पांच साल के लिए जनादेश मिला था. जनादेश व्यक्तिगत था.
इस बात का अहसास हुआ कि पद त्याग लोगों को जंचा नहीं और पचा नहीं. पूरी कोशिश होगी कि शासन-प्रशासन के काम में कोई कोताही हुई तो उसे पटरी पर लायी जाये. सुशासन का काम, कानून का काम, न्याय के साथ विकास और बिहारी कहलाना अपमान नहीं गौरव होगा इसी रोड मैप पर मेरी सरकार चलेगी. शिक्षा, स्वास्थय, कृषि रोड मैप के साथ सभी तबके के लोगों का कल्याण हो. कृषि, बिजली पर जोर रहेगा. प्राथमिकताएं पहले से तय है, उसी पर काम चलेगा. हमारी कोशिश होगी कि यदि सुशासन के काम में क्षरण हुआ हो तो इसे दूर कर तेज गति से आगे करेंगे, भरपायी करेंगे. केंद्र से बिहार को अपेक्षा है कि बिहार को वाजिब हक मिले. केंद्र बिहार का साथ दे. केंद्र के साथ मिल कर बिहार के हित में सहयोग करेंगे. राजनीतिक तौर पर आमने-सामने हो सकते हैं. यह मसला अलग है. राज्यों का विकास केंद्र सरकार की भी जवाबदेही होती है. विकास एकांगी नहीं होनी चाहिए. जो राज्य पिछड़े हैं उनके विकास पर अधिक फोकस होने चाहिए.
पूर्वाग्रह से नहीं होगा कोई काम
नीतीश ने कहा कि राज्य को आगे ले जाने के लिए वह पहले से प्रयत्नशील रहे हैं, आगे भी रहेंगे. जितना भी परिश्रम करना पड़े, वह बिहार को विकास के रास्ते पर ले जायेंगे. मैं किसी दुर्भावना या पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर काम नहीं करूंगा. जो फैसले हुए हैं, उसमें प्रक्रिया का पालन ठीक से हुआ है या नहीं, निर्णय ठीक से लिये गये हैं या नहीं इसे नियमों के दायरे में देख कर समीक्षा कर उचित कदम उठाया जायेगा. कुछ काम किया गया, शासन चलाना पूर्वाग्रह से संभव नहीं है. मेरा केंद्र-राज्य का तजुर्बा है उसमें किसी प्रकार का पॉल्यशुन नहीं होंने देंगे. जो एक धारा है काम की उसे गति देना प्राथमिकता होगी. राजनीतिक मसले अपनी जगह हैं. दल के प्लेटफॉर्म पर हमलोगों का राजनीतिक काम चल रहा है, वह भी चलता रहेगा. एकजूटता बिहार में चल रही है, सभी दल के प्रति आभार करते हैं. ऐसा बना रहे राजनीतिक तौर पर प्रयास होता रहेगा. जहां तक प्रशासनिक और सरकारी कार्यों का संबंध है वह पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर नहीं चलेगा. गुड गवर्नेंस सुशासन का एजेंडा है उसी पर ध्यान होगा और जनता का खिदमत करेंगे.
अपने को साबित करूंगा
बिहार को बदलना है. बदलने की शुरुआत हो चुकी है. इसमें सबकी भागीदारी होगी, सबका सहयोग होगा. देश के बाहर बिहार के जो लोग रहते हैं उनसे आग्रह करेंगे कि वे बिहार के विकास में योगदान करें. उनकी सुविधा के आधार पर काम किया जायेगा. राह चलते लोग कहते थे, जनादेश आपको मिला है, क्यों भाग गये. मुङो अंततोगत्वा उनकी बात माननी पड़ी. हमें और भी परिश्रम करना पड़ेगा. बीच की भरपायी भी करनी होगी. लोगों का रिस्पांस देख रहे हैं मीडिया व सोशल मीडिया में. लोगों का बहुत भरोसा है. बहुत अपेक्षाएं हैं. उन्हें मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं भरोसे के लायक अपने को साबित करने की कोशिश करूंगा. अपेक्षा पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा, समाज में सदभाव, प्रेम का वातावरण कायम रहे इसकी कोशिश की जायेगी. आपसी एकजूटता को बनाये रखने, भाईचारे के भाव से बिहार को नयी उंचाइयों पर आगे ले जायेंगे.
केंद्र भी करे सहयोग
22 मार्च को बिहार दिवस मनाते हैं. इस बार संकल्प के साथ मनायेंगे. बिहार को आगे ले जायेंगे और लोगों के विश्वास को कायम रखेंगे. प्रदेश सरकार पूरे तौर पर केंद्र के साथ सहयोग करते हुए राज्य और केंद्र के हित में काम करेगी. केंद्र भी बिहार को सहयोग दे. एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री से क्यों नहीं मिलेंगे. बिहार के हित में जरूर मिलेंगे.
राजद-कांग्रेस ने कहा है आप काम करिए
सरकार में शामिल होने के लिए मैंने राजद और कांग्रेस के नेताओं से अनुरोध किया था. लेकिन, उनका फिलहाल मन नहीं है. दोनों दलों के नेताओं ने कहा कि हम चट्टानी एकता के साथ आपके साथ हैं. आप काम करिए. पूर्वी क्षेत्र अभी भी पिछड़ा हुआ है. हम सबको मिल कर काम करना होगा. आपस में सहयोग करना चाहिए. बहुत मुद्दे हैं जो कॉमन प्रोग्राम होना चाहिए, समाधान होना
चाहिए. हम लोग मिलते रहेंगे, बातचीत होती रहेगी. नवीन पटनायक को भी जोड़ने की बात करेंगे. बहुत सारे ऐसे विषय हैं, साझा सवाल है, हम साथ मिल कर चलने की कोशिश करेंगे.
पॉलिटिकल ब्लॉक प्री मेच्योर
बिहार, बंगाल और ओड़िसा को एक साथ आना अभी प्री मेच्योर होगा. पॉलिटिकल ब्लॉक की कोई बात अभी नहीं है. आर्थिक रूप से पूर्वी क्षेत्र के विकास के लिए यह बेहतर रहेगा.
सरकार को बहुमत है
सरकार को बहुमत है. होली के बाद बजट सत्र का आयोजन होगा. इसमें पहले दिन बहुमत साबित कर देंगे. कैबिनेट बनाने में सभी की भूमिका रहती है. सभी मंत्रियों का विभाग पुराना वाला ही है. बजट सत्र के बाद कैबिनेट का विस्तार होगा. कुछ फीसदी लोग इधर उधर हो गये. अपवाद को छोड़ सब एकजूट रहे. जिस ढंग से साथी दलों ने सहयोग और समर्थन किया, इससे उनका शुक्रगुजार हूं.
मांझी गुट
मांझी के साथ गये लोगों को साथ आने का मामला काल्पनिक है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इसके लिए बहुत प्रयास किया था. मौका दिया गया, लेकिन वह उस समय नहीं आये.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें