पटना: राजकीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में हुई जांच में चापाकल के पानी के दो नमूनों में कीटनाशक मिला है. हालांकि, इसकी मात्र बेहद कम है. साथ ही सात नमूने निगेटिव पाये गये हैं. अंतिम रिपोर्ट मिलने में दो से तीन दिनों की देरी है.
एफएसएल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चापाकल में जहर मिलाये जाने की घटना के प्रकाश में आने के बाद सीवान व छपरा से दो-दो और नालंदा से एक स्थान से पानी के नमूने एफएसएल के वैज्ञानिकों ने एकत्र किये थे.
इसके बाद मंगलवार को पांच जिलों से चापाकल के पानी के नमूने एकत्र कर एफएसएल में भेजे गये. एफएसएल में दर्जन भर वैज्ञानिकों की टीम पानी के नमूनों की जांच में जुटी है. जांच की मॉनीटरिंग खुद डीजीपी अभयानंद कर रहे हैं. दो वैज्ञानिक एक साथ मिल कर एक नमूने की एक तरह की जांच कर रहे हैं. फिर दूसरे समूह के दो सदस्य उस पानी की दूसरी जांच में करते हैं. रात 11 बजे तक तीन शिफ्टों में अलग-अलग नमूनों की जांच की जा रही है. वैज्ञानिकों को जांच के साथ ही साथ जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उनकी रिपोर्ट भी दर्ज करने की जिम्मेवारी दी गयी है.