इसका निर्णय गुरुवार की देर रात नीतीश कुमार के आवास परसमर्थक विधायकों की बैठक में लिया गया. बैठक के बाद जदयू विधायक दल के नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि अल्पमतवाली सरकार द्वारा तैयार असंवैधानिक अभिभाषण का कोई औचित्य नहीं है.
अभिभाषण के पहले सरकार को विश्वासमत हासिल करना चाहिए. राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि भाजपा द्वारा यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि जदयू समर्थित दलों के विधायक धक्का-मुक्की करेंगे. इसलिए हमलोग राज्यपाल के अभिभाषण को नहीं सुनने का निर्णय लिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि कल विधानसभा में भाजपा का चेहरा बेनकाब हो जायेगा.