13 फरवरी को ही गर्भवती महिला को ससुराल में ही जला दिया गया. इसके बाद इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गयी. इसकी सूचना मृतका के मायकेवालों को नहीं दी गयी और शव का दाह- संस्कार भी कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार मसौढ़ी पाली निवासी सच्चिदानंद शर्मा की पुत्री चांदनी कुमारी(25 वर्ष) का विवाह जानीपुर के सिमरा गांव में 2010 में रामाधार सिंह के पुत्र विकास उर्फ करीमन के साथ हुई थी. मृतका के मायकेवालों के मुताबिक शादी के एक वर्ष बाद ही चांदनी को ससुरालवालों ने दहेज की मांग करते हुए मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना देना शुरू कर दिया था.
दोनों पक्षों में इसको लेकर कई बार समझौते का प्रयास किया गया. इसके बावजूद चांदनी ससुरालवालों का प्रताड़ना सहती रही. वह सात माह की गर्भवती भी थी. मृतका के पिता सच्चिदानंद शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी को ससुराल के लोगों ने साजिश के तहत 13 फरवरी को दूध गरम करने के दौरान ही जला दिया था. मृतका के परिजनों को इसकी सूचना सिमरा के ग्रामीणों ने दी. तब जाकर मायके वाले फुलवारीशरीफ थाने में पहुंच कर दहेज हत्या का मामला दर्ज करा दिया.