पटना: विषाक्त मिड डे मील खाने बीमार हुए मशरक के 22 बच्चों को मंगलवार पीएमसीएच से छुट्टी दे दी गयी. डॉक्टरों ने पूरी तरह से जांच के बाद उन्हें फिट बताया. दो बच्चों काजल (सात वर्ष) व मंटू (आठ वर्ष) और रसोइया मंजू देवी को अभी नहीं छोड़ा गया है.
मंगलवार की सुबह काजल व मंटू को उलटी हुई, जबकि मंजू देवी ने पेट में दर्द की शिकायत की थी. डॉक्टरों का कहना है कि हादसे के बाद मंजू देवी डिप्रेशन की शिकार हो गयी है. बच्चों व परिजनों को एंबुलेंस से भेजा गया. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ अमरकांत झा अमर ने बताया कि काजल व मंटू की हालत ठीक है, जबकि मंजू देवी डिप्रेशन में है. चिकित्सकों ने जांच की है.
आदर्श गांव बनेगा गंडामन: मौके पर शिक्षा मंत्री पीके शाही ने कहा कि मशरक के गंडामन गांव को आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जायेगा. घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सचेत रहने की जरूरत है.