दानापुर : गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से उपर बह रहा है. इससे दियारे की सात पंचायतों के दर्जनों गांव में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गयी है़ पूरा दियारा जलमगA हो गया है़ वहीं, प्रशासन द्वारा बचाव व राहत के नाम पर मात्र चालीस नावों का परिचालन किया जा रहा है. लोग राहत शिविर में पहुंच रहे हैं. कई परिवार दियारे में उंचे स्थानों पर शरण लिये हुए हैं . बाढ़ का पानी बड़ा कासीमचक, छोटा कासीमचक, बिंद टोली,माधोपुर, हेतनपुर, पतलापुर आदि गांवों में घरों में चार-पांच फुट तक घुसा हुआ है. वहीं , गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से उपर बह रहा है.
बाढ़ का पानी दियारा के पुरानी पानापुर, कासीमचक, बड़ा कासीमचक, छोटा कासीमचक, बिंद टोली, केदलपुरा, बिशुनपुर,जफारपुर, हरशामचक , हेतनपुर , माधोपुर , पतलापुर, गंगहरा, मानस ,नवदियारी, नया पानापुर, दुधिया ,बाकरपुर, तिवारी टोला, अधलगिया, डेरा पर, हावसपुर, बमनगांवा, नोनियो टोली, देवचंद्र भगत का टोला, बलखंडी टोला, अधीन टोला, बंगलापर व अकिलपुर में घुस गया है़ जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को शाम में देवनानाला पर गंगा का जल स्तर 168. 50 फुट नापा गया, जबकि खतरा के निशान 168 फुट है. केंद्र के सहायक अभियंता ने बताया कि गंगा के जल स्तर में और वृद्धि होने की संभावना है.
राहत शिविर में बिजली नहीं
बाढ़पीड़ित लोग बीएस कॉलेज परिसर स्थित राहत शिविर शरण लिये हुए हैं. शिविर में बिजली नहीं रहने के कारण अंधेरे में उन्हें रात काटनी पड़ रही है. कई परिवार खुले आकाश के नीचे शरण लिये हुए हैं. प्रशासन द्वारा चूड़ा-गुड़ का वितरण किया गया. वहीं, अनुमंडलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह व डीसीएलआर आलोक कुमार ने शिविर का जायजा लिया.
स्वास्थ्य जांच की गयी
राहत शिविर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा शिविर लगा कर बाढ़पीड़ितों के स्वास्थ्य की जांच कर दवा दी गयह़ साथ ही बाढ़ग्रस्त पुरानी पानापुर गांव में चिकित्सकों की टीम ने जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर दवा दी़ इसकी जानकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आरपी वर्मा ने दी. शिविर में डॉ अनिल कुमार वर्मा, डॉ वाइपी मंडल व डॉ सुमित शामिल थ़े मोकामा प्रतिनिधि के अनुसार गंगा नदी का पानी दियारा इलाके में फैलने की आशंका के बीच दियारावासियों ने सुरक्षित स्थान की ओर पलायन शुरू कर दिया है. बरहपुर दियारा तथा जंजीरा दियारा से लोगों ने इस पार आना शुरू कर दिया है. दियारा में हालांकि गंगा नदी का पानी पूरी तरह नहीं फैला है, परंतु जिस रफ्तार से गंगा नदी का पानी बढ़ रहा है, उससे दियारावसी सहमे हंै. स्थानीय लोगों की मानें , तो हर साल दियारावासी अपने इस पार आते हैं.