27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार को बाढ़ व सूखे से मुक्ति दिलाने में केंद्र करेगा सहयोग: उमा

पटना: केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने सोमवार को कहा कि बिहार को बाढ़ और सूखे से मुक्ति दिलाने में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगा. बिहार से गुजरनेवाली गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जो भी योजनाएं बनेंगी, उसमें शत-प्रतिशत मदद दी जायेगी. पटना के एक अणो मार्ग स्थित सीएम आवास पर […]

पटना: केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने सोमवार को कहा कि बिहार को बाढ़ और सूखे से मुक्ति दिलाने में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगा. बिहार से गुजरनेवाली गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जो भी योजनाएं बनेंगी, उसमें शत-प्रतिशत मदद दी जायेगी. पटना के एक अणो मार्ग स्थित सीएम आवास पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राज्य के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी के साथ बैठक करने के बाद उमा और मांझी ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से बातचीत की.

मांझी ने बताया कि नेपाल की नदियों से बिहार में आनेवाली बाढ़ और मध्य प्रदेश से बिहार आनेवाली नदियों, सूखे की समस्याओं पर केंद्रीय मंत्री के साथ विस्तार से चर्चा हुई. सभी के निदान के लिए उन्होंने आश्वासन दिया है. मांझी ने उमा के साकारात्मक रुख के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि आशा रखते हैं कि आनेवाले समय में बिहार को बाड़ और सूखे से निजात मिलेगी. उन्होंने कहा कि बैठक में केंद्रीय मंत्री के साथ कई मुद्दों पर चर्चा हुई.जिनमें से कुछ का निराकरण कर लिया गया है. बाकी पर बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी के नेतृत्व में अधिकारियों के दल से 15 दिन बाद दिल्ली जाने पर निर्णय लिया जायेगा.

500 करोड़ रुपये जारी किये गये
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि हाल ही में ‘जल मंथन’ के तहत एक बैठक की थी जिसमें सभी राज्यों की तकलीफों को हमने सुना था क्योंकि हमने पाया कि जल संसाधन मंत्रलय की बहुत सारी योजनाओं का लाभ राज्यों को मिल नहीं पा रहा था इसलिए उनमें संशोधन की जरुरत थी. उन्होंने कहा कि बहुत सारे संशोधन किए गए हैं तथा कुछ और संशोधन बिहार द्वारा प्रस्तावित किए गए हैं और बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी के दिल्ली जाने पर बाकी समस्याओं का निराकरण कर लिया जाएगा. उमा ने कहा कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने गंगा नदी से गाद निकाले जाने और प्रदूषण की समस्या का जिक्र किया है उसके लिए 500 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं. उतनी ही राशि और जारी की जायेगी.
प्रदूषण मुक्त गंगा के लिए बिहार ने तय की थी एसटीपी
उमा भारती ने कहा कि बिहार देश में वह पहला राज्य है जिसने गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एसटीपी की तैयारी कर ली है. इसके लिए जरूरी राशि जारी कर दी गयी है. उमा भारती ने कहा कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने जो भी बातें कही हैं उसके लिए अगर नीतियों में संशोधन की आवश्यकता पड़ेगी तो वह जरूर करेंगे. बिहार को बाढ़ एवं सूखे से निजात दिलाने के लिए बिहार सरकार की पूरी मदद की जायेगी. गंगा को प्रदूषण मुक्त करने की जो भी योजनाएं बनेंगी. उसमें हम शत-प्रतिशत अपना सहयोग करेंगे.
मांझी गरीबों के मसीहा: उमा
बिहार के सीएम जीतन राम मांझी और केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने सोमवार को अपनापन प्रदर्शित करते हुए एक दूसरे की तारीफ की. मांझी ने कहा कि उमा जी का बिहार की समस्याओं के प्रति रुख सकारात्मक है. वे बिहार के विकास के बारे में सोच रही हैं यह बिहार के लिए अच्छा है. जिसके लिए वे उन्हें धन्यवाद देते हैं. इस अवसर पर उमा ने मांझी को गरीब परिवार से निकला व्यक्ति और गरीबों का मसीहा बताते हुए कहा कि केंद्र और राज्यों के साथ मिल कर काम करने के मामले में वे एक आदर्श उदाहरण हैं. मांझी से उनकी बैठक के कोई राजनीतिक मायने निकाले जाने के बारे में पूछे जाने पर उमा ने कहा कि यह बैठक विकास से संबंधित थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उनसे कहा है कि राजनीति की बातें चुनाव के छह महीने पूर्व होनी चाहिए. सरकार के बाकी साढ़े चार वर्षो के कार्यकाल के दौरान पूरी तरह से विकास की बात होनी चाहिए. राज्यों का पूरा सहयोग करना चाहिए. राज्य को मिल कर विकास के लिए काम करना चािहए.
उमा जी का बिहार की समस्याओं के प्रति रुख सकारात्मक है. वह बिहार के विकास के बारे में सोच रही हैं. जिसे भी गरीब से प्यार होगा वह मुझसे मिल कर ऐसा ही कहेगा.
जीतन राम मांझी, सीएम , बिहार
जीतन राम मांझी गरीब परिवार से निकले हैं. वह गरीबों के मसीहा हैं. केंद्र और राज्यों के साथ मिल कर काम करने के मामले में वह एक आदर्श उदाहरण हैं.
उमा भारती, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें