दानापुर: बुधवार को दिन शाम के साढ़े छह बजे शाह टोली के खानकाह चिश्ती के अंदर रोजेदारों की भीड़ है़अजान होता है और रोजेदार नमाज के लिए तैयार होने लगते हैं नमाज समाप्त होने के बाद सभी लोग बाहर निकालने लगते हैं. कोई बाकरखानी, तो कोई इफ्तार अन्य सामान खरीदने लगता है. कई रोजेदारों मसजिद में बैठ कर कुरान पाक की तिलावत कर रहे हैं. पूरा मंजर बड़ा ही खुशनुमा महसूस होता है.
सभी लोगों को इफ्तार का सामान लेकर घर जाने की जल्दी है. कई रोजेदार अपने घर पर मोबाइल से फोन कर परिजनों को बता रहे है कि पांच मिनट के अंदर आ रहे हैं.
कोई गरमी की दुहाई देते हुए घर पर फोन करता है कि ठंडा शरबत बना कर रखना़ वहीं , खानकाह चिश्ती निजामिया के साजादानशीं प्रो शाह तलहा रिजवी ने बताया कि मुसलमानों के लिए रोजा फर्ज है़ मोहम्मद साहब ने तीस दिनों तक रोजा रखा और आदेश दिया कि पौ फटने से पहले खा लो़ इसके बाद कुछ खाना -पीना नहीं है. इफ्तार के दौरान सभी एक समान हैं. सब एक साथ बैठ कर इफ्तार करते हैं.