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नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ेंगे: मांझी
गया: जदयू में जारी बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हम अगला विधानसभा चुनाव पूर्व सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे. साथ ही उन्होंने नीतीश का समर्थन करने और भाजपा के किसी तरह के झांसे में नहीं आने की अपील की. वह गुरुवार की शाम यहां लोको रेलवे मैदान में […]
गया: जदयू में जारी बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हम अगला विधानसभा चुनाव पूर्व सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे. साथ ही उन्होंने नीतीश का समर्थन करने और भाजपा के किसी तरह के झांसे में नहीं आने की अपील की. वह गुरुवार की शाम यहां लोको रेलवे मैदान में सभा को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने सभा को मगही में संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘कुरतवा, पैयजमवा दे देलù, अब टोपियो मत दे दीहù. देख, टोपिया जीतन राम मांझी के देलù हे, इ न उतरे. एकर ध्यान जरूर रखिह. काहे कि इ टोपिया जीतन राम मांझी के न, एगो गरीब, महादलित अउर अल्पसंख्यक भाई के हइ. आवे वाला चुनाव में बड़ी तरह के बहलावल-फुसलावल जइतो, ओकर झांसा में मत पड़िहù. उनका इशारा लोकसभा चुनाव में भाजपा को जनादेश देने की तरफ था. उन्होंने कहा, हमरो से ज्यादा गरीब कोई हई. सात-सात दिन बिना खइले जीवन बितउली हे. हमरा से ज्यादा गरीब के दरद केकरा पता हे. जब जीतन राम मांझी रहतो तबे न तोहरा लागी कुछो करबो. दूसर कोई न करतो, जब मांझी चल जइतो. नीतीश जी के नेतृत्व में अगिला विधानसभा चुनाव लड़ल जइतो. जरूर मदद करिहù.
उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि पीना छोड़ दें, ज्यादा जरूरी हो तो थोड़ा लें. पैसा
बचाएं. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान दें. अपने स्वास्थ्य व सफाई पर ध्यान दें. साफ-सफाई से बीमारी दूर रहती है. सबसे ज्यादा बीमारी गरीबों को होती है. इसलिए शौचालय जरूर बनवाएं. जीतन तो गरीब हलवाहा का बेटा है, जो मुख्यमंत्री हो गया. आप में से भी कोई जीतन पैदा हो सकता है. भगवान की कृपा व आप सबों का आशीर्वाद ही है, जो हम आज यहां हैं. उन्होंने कहा अगरबत्ती बनानेवाली महिलाओं व विकलांगों का राष्ट्रीय खाद्य अधिनियम के तहत अवश्य कार्ड बनेगा. इसके लिए आयकर का दायरा आड़े नहीं आयेगा. अगरबत्ती बनानेवालों की पहचान के लिए परिचय पत्र बनाये जायेंगे. उन्हें असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की श्रेणी में रखा जायेगा. इसके लिए अगली बार बिल पास करा देंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगरबत्ती का कच्च माल लेने व माल बेचने के लिए सरकार को-ऑपरेटिव संस्था बनायेगी, ताकि कामगारों को परेशानी न हो. इसे पीडीएस या अन्य संस्था से भी जोड़ दिया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने केंद्र की सरकार पर बरसते हुए कहा कि बिहार के लिए बहुत कुछ करने का इरादा है, पर खजाना तो खाली है. केंद्र बिहार के साथ नाइंसाफी कर रहा है. केंद्र की कांग्रेसी सरकार ने राज्य में 46 लाख इंदिरा आवास देने की बात कही थी. फिलहाल छह लाख इंदिरा आवास बनाने का वादा किया था. लेकिन, वर्तमान सरकार ने इसे घटा कर दो लाख 40 हजार कर दिया है. बाकी सभी योजनाओं में पैसे भी कम कर दिये गये. उन्होंने कहा ‘हमनी पर भारत सरकार के वक्र दृष्टि हब.’ सीएम ने कहा कि बिहार के 20 हजार करोड़ रुपये केंद्र ने मार रखा है. काला धन वापस लाने की बात कही थी. आठ महीने गुजर गये. मुख्यमंत्री ने भीड़ से पूछा, ‘लाया क्या?’
शिक्षकों के बारे में सीएम ने कहा कि वे पढ़ाने में कम आंदोलन पर ज्यादा ध्यान देते हैं. हर दिन जिंदाबाद-जिंदाबाद करने में लगे रहते हैं. मुजफ्फरपुर की घटना का जिक्र करते हुए श्री मांझी ने कहा कि आपसी प्रेम व सौहार्द के साथ शांति रहे, तो किसी की मजाल नहीं, जो बात बिगाड़ दे.
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त पर्यटन मंत्री जावेद इकबाल अंसारी, खाद्य आपूर्ति मामलों के मंत्री व गया जिले के प्रभारी मंत्री श्याम रजक, विधायक कृष्णनंदन यादव, जहानाबाद कॉलेज के प्राचार्य दिनेश यादव, जदयू महानगर अध्यक्ष राजकुमार प्रसाद उर्फ राजू वर्णवाल आदि भी मौजूद थे. सभा की अध्यक्षता टीएच खान ने की. श्रमिक नेता अनिल श्रीवास्तव, विनोद मंडल व नूतन श्रीवास्तव आदि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया. कार्यक्रम बिहार राज्य कुष्ठ कल्याण समिति, अगरबत्ती निर्माण कामकार यूनियन, मगध जन कल्याण व विकलांग कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित था.
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