पटना: 50 वर्षो से पटना में गंगा किनारे मुंबई की तरह मेरिन ड्राइव पर चलने का सपना देख रहे लोगों की मुराद चार साल बाद पूरी हो जायेगी. दीघा से दीदारगंज तक गंगा ड्राइव-वे के निर्माण का रास्ता शुक्रवार को साफ हो गया. हैदराबाद की नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी को इसका कांट्रैक्ट फाइनल हो गया. कंपनी चार साल में 1777. 37 करोड़ की लागत से इसका निर्माण करायेगी. नवयुग बिहार में फिलहाल गंगा नदी पर बख्तियारपुर-ताजपुर महासेतु का निर्माण कर रही है.
गंगा ड्राइव-वे के निर्माण के लिए सात कंपनियों ने टेंडर डाले थे. इनमें चार ही टेक्निकल बिड में सफल हो पायी थीं. शुक्रवार को फिनांशियल बिड में इस्कॉन, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन, सिंपलेक्स और नवयुग शामिल हुईं. इस्कॉन ने 2,200, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन ने 2810 और सिंपलेक्स कंस्ट्रक्शन ने 2333 करोड़ की बिडिंग की थी, जिन्हें सफलता नहींमिली. आखिरकार नवयुग इंजीनियरिंग की 1777. 37 करोड़ की बिडिंग पास कर गयी.
गंगा ड्राइव–वे निर्माण में बड़ी लागत आने से इसके निर्माण का मामला 2005 से अधर में था. हुडको जब इस परियोजना के लिए ऋण देने को तैयार हुआ, तो इस पर काम शुरू हुआ. फिलहाल इसका निर्माण दीघा से दीदारगंज तक ही कराने का निर्णय लिया गया है. कच्ची दरगाह से राघोपुर तक गंगा पर पुल बनाने की स्वीकृति मिल जाने के बाद इसका विस्तार कच्ची दरगाह तक किया जायेगा.