पटना: महात्मा गांधी सेतु निर्माण के दौरान आवागमन बाधित होने पर पीपा पुल आवागमन का सहारा होगा. गंगा नदी में अप एंड डाउन दो पीपा पुल बनाने की तैयारी की जा रही है. एक पुल से जाने, तो दूसरे से आने की व्यवस्था होगी. ट्रैफिक को रोक कर एक ही पुल से आने-जाने की भी व्यवस्था हो सकती है.
यह निर्णय वाहनों के फ्लो को देखते लिया जायेगा. दानापुर से पहलेजा घाट व कच्ची दरगाह से महनार के बीच पीपा पुल बनेगा. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है. इसकी प्रशासनिक स्वीकृति के लिए पथ निर्माण विभाग को भेजा है. पथ निर्माण विभाग से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होगा. इनके निर्माण में लगभग 33 करोड़ 57 लाख खर्च होंगे.
फरवरी में जायका देगी रिपोर्ट : मिली जानकारी के अनुसार महात्मा गांधी सेतु की मरम्मत के लिए उस पर आवागमन रोका जा सकता है. इसके बाद ही मरम्मत का काम शुरू होगा. यह सब निर्णय महात्मा गांधी सेतु पर अध्ययन करनेवाली जायका टीम पर निर्भर है. जायका टीम फरवरी में फिजिविलीटी रिपोर्ट देगी. जानकारों का कहना है कि सेतु की मरम्मत के लिए पूरे स्ट्रर को बदल कर उसे फिर से ढालना होगा. पुल के पाया की स्थिति ठीक है. ऐसे में सेतु की मरम्मत होने से उस पर आवागमन बाधित हो सकता है. उत्तर व दक्षिण बिहार के लोगों को आने-जाने में परेशानी नहीं हो, इसके लिए सरकार ने गंगा नदी में पीपा पुल बनाने का निर्णय लिया है.
पहले से भी है पीपा पुल : गंगा नदी में दो जगहों पर पहले से बने पीपा पुल का उपयोग होता है. दानापुर के अलावा कच्ची दरगाह में पीपा पुल आवागमन का साधन है. दानापुर से पहलेजा घाट के बीच दानापुर साइड में पहले से पीपा पुल बना है. इसके बाद सड़क है. उससे आगे 268 मीटर नया पीपा पुल बनाना है. इसे बनाने में 22 सेट पॉनटून लगेगा. इस पर 8.89 करोड़ खर्च होंगे. इस पुल के सहारे लोग गोविंद चक मोड़ के पास निकलते हुए मुख्य सड़क पर आ जायेंगे. इसके अतिरिक्त कच्ची दरगाह से महनार के बीच बननेवाले पीपा पुल में कच्ची दरगाह से रूस्तमपुर के बीच पहले से पीपा पुल बना हुआ है. बीच में सड़क है. इसे बाद जमींदारी घाट तक 976 मीटर नया पीपा पुल बनाना है. इसे बनाने में 80 सेट पॉनटून लगेगा. इसके निर्माण में 22.17 करोड़ की लागत आयेगी. इस पुल से होकर लोग हाजीपुर-महनार मुख्य सड़क पर जा सकते हैं.
डेढ़ साल में होगा तैयार : निगम के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि पीपा पुल के निर्माण में लगभग डेढ़ साल लगेगा. निर्माण सामग्री कोलकाता से मंगायी जायेगी. सामग्री आने के बाद उसे सेट करना होगा. पुल के साथ एप्रोच रोड भी तैयार होगा. कच्ची रोड को दुरुस्त किया जायेगा. पीपा पुल पर छह टन तक के वाहन को आने-जाने की अनुमति रहेगी. बरसात के मौसम में पानी बढ़ने पर उसे खोला जायेगा. सूत्र ने बताया कि ऐसे पीपा पुल की हर समय निगरानी आवश्यक होता है. पानी घटने पर पुल में लगे पॉनटून सेट को हटाना पड़ता है. उस जगह पर एप्रोच रोड तैयार करना होगा.
गंगा नदी में दो पीपा पुल निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए पथ निर्माण विभाग को भेजा गया है. इनके निर्माण में लगभग 33 करोड़ 57 लाख खर्च होंगे. प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होगा.
रविशंकर प्रसाद सिंह, प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम