अलीगढ़ मुसलिम विवि के इतिहास के सहायक प्रोफेसर मुहम्मद सज्जाद ने कहा कि आज भारतीयों को क्या चाहिए-नौकरियां, अच्छी कानून-व्यवस्था और बेहतर माहौल. इसको नकार कर राजनीति नहीं हो सकती है.
हमने मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद का हश्र देखा है. जब इन्होंने कहा कि विकास से वोट नहीं मिलते, तब इनका राजनीतिक कैरियर लगभग खत्म हो गया. नरेंद्र मोदी सत्ता में यही कह कर आये हैं, हमें सच्चाई समझनी होगी. उन्होंने मीडिया के नकारात्मक असर को प्वाइंट आउट करते हुए कहा कि मुंबई में एएमयू के कुछ लड़के एक सेमिनार में असदुद्दीन ओवैसी को आमंत्रित करना चाह रहे थे.
हमें जब जानकारी मिली, तो हम शॉक्ड हो गये. हमने लड़कों को समझाया, तो मामला सलटा. यह प्रकरण बताता है कि समाज और राजनीति में विकास को प्राथमिकता देनी होगी. गांधीवादी चिंतक रजी अहमद ने कहा कि जब संविधान की मूल भावना ‘वी द पीपुल ऑफ इंडिया’ पर चोट पहुंचेगी, तो तोगड़िया, ओवैसी जैसे लोग अटैक करेंगे ही. पत्रकार इर्शादुल हक ने विश्लेषण करते हुए कहा कि लालू प्रसाद की एमवाइ समीकरण वाली राजनीति से नेता लाभान्वित हुए, तो नीतीश के राज में आम मुसलमान ज्यादा मजबूत हुआ. संस्थान के निदेशक श्रीकांत ने आंकड़ों के जरिये मुसलमानों की राजनैतिक स्थिति के बारे में बताया. अध्यक्षता प्रो एमएन कर्ण और संचालन वीणा सिंह ने किया.