पटना: लोकसभा चुनाव के कुछ महीने पूर्व भाजपा प्रदेश इकाई में घमासान मचा है और बागियों के तेवर तल्ख हो गये हैं. सोमवार को पार्टी से निलंबित किये गये विधायक अमरनाथ गामी के पास कई और विक्षुब्ध विधायकों ने फोन किया और देर सबेर समर्थन देने का आश्वासन दिया. विधायक गामी ने बताया कि दो माह के अंदर एक दर्जन से अधिक भाजपा विधायक पार्टी नेतृत्व के खिलाफ खुल कर सामने आ जायेंगे.
गामी ने कहा कि पार्टी नेतृत्व का यही रवैया रहा , तो बड़ी टूट हो सकती है. कुछ तो भाजपा द्वारा लोकसभा के उम्मीदवारों का टिकट जारी करने का इंतजार कर रहे हैं. कई विधायकों को पार्टी द्वारा लोकसभा टिकट देने का लॉलीपॉप पकड़ाया जा रहा है. यह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा डैमेज कंट्रोल करने को दिशा में उठाया गया कदम है.
विधायक विजय कुमार मिश्र ने खुल कर गामी का साथ दिया है. उनका मानना है कि छह सीटें दरभंगा क्षेत्र की भाजपा के खाते से गायब हो सकती है. दूसरी ओर गामी के साथ राणा गंगेश्वर सिंह व अवनीश कुमार सिंह भी खुल कर साथ आ गये है. विधायक डॉ अच्यूतानंद व विधायक मंजू हजारी ने खुद को पार्टी नेतृत्व व सुशील कुमार मोदी के साथ बताया है. महज संयोग नहीं कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय संघ सर चालक मोहन भागवत के बिहार दौरे पर यह अंतर्कलह उभर कर सामने आ गया है.