मोकामा: भोर निवासी अधिवक्ता श्याम नारायण सिंह चंद्रवंशी की मौत के 28 दिन बाद इस मामले ने अचानक यू-टर्न लिया. घटना के दिन परिजनों ने इसे मौत का मामला बताया था. लेकिन अब परिजन इसे हत्या का मामला बताया है.
मृतक अधिवक्ता की पत्नी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. उन्होंने अपने बयान में पांच लोगों को नामजद किये है. थाना में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में पत्नी ने मृतक के भाई ओम प्रकाश सिंह चंद्रवंशी, उसकी पत्नी तथा तीन बेटों को नामजद किया है. मृतक अधिवक्ता की पत्नी पूनम का आरोप है कि ओम प्रकाश की नजर उनकी संपत्ति पर थी. इस पर कब्जा करने की नीयत से ही उनके पति की हत्या हुई है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
मामले का अनुसंधान अब हत्या के कोण से किया जायेगा. वकील की मौत के बाद कई अधिवक्ताओं ने मौत को साजिश बताकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. गौरतलब है कि विगत 22 जून को अधिवक्ता अपने कमरे में मृत पाये गये थे. घंटों उनकी लाश उनके कमरे में पड़ी रही थी और भाइयों को इसकी भनक तक नहीं लगी थी.