पटना: बेंगलुरु में रविवार को हुए ब्लास्ट में पटना व बोधगया सीरियल ब्लास्ट के जेल में बंद चार आरोपितों से जल्द ही एनआइए व बेंगलुरु पुलिस पूछताछ करनेवाली है. पटना ब्लास्ट मामले में ये चारों आतंकी फिलहाल पटना और रांची की जेलों में बंद हैं. इन आतंकियों में छत्तीसगढ़ का रहनेवाला उमेर सिद्दीकी और अजहरुद्दीन कुरैशी व यूपी के मिर्जापुर के रहनेवाले अहमद हुसैन और फखरुद्दीन शामिल हैं.
पटना व बोधगया सीरियल ब्लास्ट के लिए इन्हीं चारों आतंकियों ने हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी को न केवल धन उपलब्ध कराया था, बल्कि मिर्जापुर से विस्फोटकों की भी सप्लाइ की थी. देश की शीर्ष खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु विस्फोट की फोरेंसिक जांच में यह साबित हो चुका है कि पटना व बोधगया में आतंकियों ने जिन विस्फोटकों का इस्तेमाल किया था, ठीक उसी तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल बेंगलुरु में भी किया गया है.
लेकिन, बेंगलुरु विस्फोट के बाद अब तक जांच एजेंसियों को कोई ऐसा लीड नहीं मिल सका है, जिससे उस विस्फोट में शामिल आतंकियों की शिनाख्त हो सके. अब एनआइए व बेंगलुरु पुलिस व कर्नाटक एटीएस की टीम पटना व बोधगया ब्लास्ट में शामिल रहे आतंकियों से इस हमले का लीड तलाशने के प्रयास में है.
पटना में वर्ष 2013 के 27 अक्तूबर को गांधी मैदान में हुए सीरियल धमाकों की जांच में एनआइए को यह भी पता चला था कि इन विस्फोटों के लिए मध्य प्रदेश से ‘सिमी’ का संचालन करनेवाला अबु फैजल ने ही हैदर को धन उपलब्ध कराया था. यह वही अबु फैजल है जिसने मध्य प्रदेश में कई बैंकों व वित्तीय संस्थाओं को लूटने के बाद खंडवा की जेल से सुरंग खोद कर फरार हो गया था. बाद में उसे एनआइए ने पकड़ा था और फिलहाल दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है.