पटना: जेइ के बाद एक बार फिर राजधानी में डेंगू का कहर बढ़ने लगा है. इस बीमारी की आशंका लेकर मंगलवार को दो मरीज पहुंचे, जिनकी जांच बुधवार को की जायेगी. वहीं जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल में नालंदा के एक व्यक्ति को भरती कराया गया है.अब तक जांच रिपोर्ट नहीं आयी है. 20 दिनों के भीतर 17 डेंगू के मरीज भरती हुए हैं. इनमें पांच पॉजिटिव मिले हैं. इधर जिला स्वास्थ्य समिति ने पीएचसी, रेफरल, अनुमंडलीय व शहरी अस्पतालों को ऐसे मरीजों का त्वरित इलाज करने का निर्देश दिया है. साथ ही इसकी सूचना तुरंत देने को कहा है.
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सरदर्द और पीठ में दर्द. शुरू के 3 से 4 घंटों तक जोड़ों में भी दर्द. अचानक शरीर का तापमान 104 डिग्री हो जाना व ब्लड प्रेशर भी नार्मल से बहुत कम हो जाना
आंखें लाल हो जाती हैं और स्किन का रंग गुलाबी. गले के पास की लिम्फ नोड सूज जाती है. डेंगू बुखार 2 से 4 दिन तक रहता है और फिर धीरे-धीरे तापमान नॉर्मल हो जाता है.
मरीज ठीक होने लगता है और फिर से तापमान बढ़ने लगता है. पूरे शरीर में दर्द होता है. हथेली और पैर भी लाल होने लगते हैं.
डेंगू हिमोरेगिक बुखार सबसे खतरनाक माना जाता है, जिसमें कि बुखार के साथ-साथ शरीर में खून की कमी हो जाती है. शरीर में लाल या बैगनी रंग के फफोले पड़ जाते हैं. नाक या मसूड़ों से खून आने लगते हैं.
बचाव व उपाय
डेंगू से बचाव के लिए अब तक कोई टीका नहीं हैं. डेंगू का लक्षण मिलने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें. डेंगू का वायरस मच्छरों द्वारा संक्रमित होता है. इसलिए सबसे अधिक जरूरी है कि मच्छरों को घर में बिल्कुल न होने दें. साफ -सफाई भी बहुत जरूरी है. आसपास पानी नहीं जमा होने दें.