पटना: आइजीआइएमएस नर्सिग कॉलेज की पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर रूपाश्री दास गुप्ता ने सोमवार की सुबह अपनी कलाई की नस काट कर आत्महत्या करने की कोशिश की. घटना के बाद रूपाश्री को अस्पताल में भरती कराया गया, जहां सजर्न ने उनका इलाज किया और लगभग डेढ़ बजे डिस्चार्ज भी कर दिया गया. चिकित्सकों के मुताबिक उनकी हालत ठीक है.
अचानक होने लगा हल्ला
घटना की सूचना मिलते ही सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार व शास्त्रीनगर थानाध्यक्ष आइसी विद्या शर्मा भी मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन की. रूपाश्री संस्थान के ही डी टाइप क्वार्टर में रहती हैं. करीब दस बजे अचानक क्वार्टर में हल्ला होने लगा. इसी दौरान पड़ोस में रहनेवाले चिकित्सकों के परिवार ने इसकी सूचना संस्थान प्रशासन को दूरभाष से दी. इसके बाद चिकित्सकों की एक टीम श्री गुप्ता के क्वार्टर पहुंची. वहां से उन्हें ओपीडी लाया गया और रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उन्हें ओटी में ले जा कर इलाज किया गया. श्री गुप्ता को संस्थान से हटाये जाने के बाद क्वार्टर खाली करने के लिए एक माह का नोटिस भेजा गया है. अभी एक माह नहीं होने से वह परिसर में रह रही हैं.
निदेशक से चल रहा विवाद
पुलिस ने बताया कि रूपाश्री का विवाद संस्थान के निदेशक अरुण कुमार से काफी लंबे समय से चल रहा है. पहले भी उन्होंने संस्थान के निदेशक पर परेशान करने व सेक्सुएल हरासमेंट का आरोप लगा चुकी हैं. हालांकि जांच में इन आरोपों को गलत पाया गया था. रूपा श्री ने निदेशक के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था. लोअर कोर्ट ने भी निदेशक को मामले में दोषी नहीं पाते हुए बरी कर दिया था. इसके बाद रूपा श्री ने हाइकोर्ट में केस दर्ज कराया है.