पटना/ बिहटा: बिहटा की महावीर कॉलोनी में बुधवार की सुबह पांच बजे असलहे से लैस तीन बाइक पर सवार छह अपराधियों ने घर के बाहर टहल रहे सातवीं के छात्र प्रिंस उर्फ अक्षय कुमार (13 वर्ष) को अगवा कर लिया. मां के विरोध करने पर अपराधियों ने दहशत फैलाने के लिए करीब छह राउंड गोलियां चलायीं.
अपराधी घटनास्थल पर एक धमकी भरा पत्र छोड़ कर गये हैं, जिसमें 50 लाख की फिरौती व जमीन के कागजात मांगे गये हैं, साथ ही जान से मारने की धमकी दी गयी है. इस मामले में प्रिंस के पिता ने अपने छोटे भाई की पत्नी तथा बहन-बहनोई पर अपहरण का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराया है. आरोपित पक्ष केस दर्ज होने के बाद एसएसपी के सामने उपस्थित हुए और इस आरोप को निराधार बताया है. मामले की पड़ताल जारी है. पुलिस घटना के पीछे जमीन विवाद का मामला बता रही है. हालांकि पूछताछ के लिए मुकेश को पुलिस ने हिरासत में रखा है. उसके मोबाइल फोन व अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.
बिहटा में डेकोरेशन का कारोबार करनेवाले मुकेश कुमार सिंह का पुत्र प्रिंस नैनीताल के पार्वती प्रेमी जगाती सरस्वती बिहार विद्यालय में सातवीं का छात्र है. बड़ा दिन की छुट्टी में वह दो दिन पहले घर आया है. बुधवार की सुबह करीब चार बजे मुकेश कारोबार के काम से मधुपुर निकल गये, वहीं पांच बजे प्रिंस घर के बाहर टहल रहा था. इस दौरान तीन बाइक पर सवार छह अपराधी उसके घर पर पहुंचे और प्रिंस को खींच कर गाड़ी पर बैठाने लगा. सभी अपराधी मुंह पर गमछा बांध हुए थे. प्रिंस ने जब रोना शुरू किया, तो उसकी मां शशिबाला सिंह घर की बॉलकोनी पर आयी और बेटे की कनपट्टी पर असलहा देख कर शोर मचाने लगी. इस पर अपराधियों ने छह राउंड गालियां चलायीं. इससे खिड़की के शीशे चटक गये और दहशत से लोग घरों में दुबक गये. उधर, अपराधी प्रिंस को लेकर भाग गये.
घटना के बाद प्रिंस की मां ने अपने पति तथा पुलिस को फोन किया. मौके पर बिहटा पुलिस पहुंची और एसएसपी को तत्काल सूचना दी गयी. एसएसपी के निर्देश पर क्षेत्र की नाकेबंदी करायी गयी और गाड़ियों की तलाशी ली गयी. लेकिन, प्रिंस को बरामद नहीं किया जा सका है. वहीं, मुकेश कुमार सिंह ने अपनी सगी बहन निशु कुमारी, उसके पति राम जी कुमार सिंह, अपने सगे छोटे भाई स्व. शमशेर उर्फ छोटू कुमार सिंह की पत्नी टुन्नी देवी तथा उसके साले मसौढ़ी, पुनपुन, पारथु निवासी पिंटू कुमार पर संदेह व्यक्त करते हुए अपहरण का मामला दर्ज कराया है.
पत्र में जहानाबाद स्टेशन पर पहुंचने का निर्देश
अपराधी घर के बाहर एक पत्र फेंक कर गये हैं. पत्र में लिखा है कि हम तुम्हारे बेटवा को उठा ले जा रहे हैं, अगर बेटवा की सलामती चाहता है, तो परसों पचास लाख रुपये नकद तथा बिहटा के मकान एवं जमीन के कागजात को लेकर जहानाबाद स्टेशन पर पंहुचो. अगर पुलिस को सूचना या किसी तरह की हरकत की, तो बेटवा को जान से मार डालेंगे. घटना के वक्त शशिबाला सिंह बेटे के साथ अकेले घर में मौजूद थी.
एसएसपी के सामने पहुंचे आरोपित बहन-बहनोई
प्रिंस के अपहरण के मामले में आरोपित मुकेश की बहन और बहनोई बुधवार की दोपहर एसएसपी जितेंद्र राणा के कार्यालय में उपस्थित हुए. दोनों ने अपहरण के आरोप को निराधार बताया. बहन ने कहा कि अगर हम दोषी हैं, तो हमें जेल भेज दिया जाये. इस फरियाद के बाद मामला पेचीदा हो गया है. पुलिस का कहना है कि अनुसंधान जारी है. प्राथमिकता बच्चे की बरामदगी को लेकर है.
चाचा और दादा की हुई है हत्या
16 जुलाई, 2013 को मुकेश सिंह के छोटे भाई छोटू उर्फ शमशेर कुमार सिंह की हत्या कर दी गयी थी. वहीं चार अगस्त, 2014 को मुकेश सिंह के पिता डेकोरेशन संचालक भूषण सिंह की हत्या कर दी गयी थी. भूषण सिंह की हत्या के बाद मृतक की पत्नी, बेटी व छोटी पतोहू ने मिल कर मुकेश सिंह के खिलाफ आवेदन दिया था. हालांकि अनुसंधान में आरोप सिद्ध नहीं हो सका था. उस समय संपत्ति विवाद का मामला सामने आया था.
कहीं पिता ने तो नहीं रची साजिश!
प्रिंस के अपहरण मामले में पुलिस की जांच दो राहे पर है. एक तरफ इसे बड़ी घटना के रूप में देखा जा रहा है, तो दूसरी तरफ पुलिस को प्रिंस का पिता ही घटना का साजिशकर्ता नजर आ रहा है. इससे पहले मुकेश पर अपने पिता की हत्या का आरोप लगा था. भाई छोटू की हत्या में भी दबी जुबान से लोग उसका नाम लेते रहे. पिता की हत्या के मामले में मां और बहन ने मुकेश को आरोपित बनाया था. अब मुकेश ने अपने बहन-बहनोई और भाई की पत्नी को आरोपित बनाया है. पिछली घटनाओं को देखते हुए पुलिस इसे पेशबंदी का मामला मान रही है. सुबह में हुए अपहरण के बाद फिरौती की मांग फोन पर नहीं आयी है. धमकी भरे परचे के अलावा घटना के बाद कोई सुगबुगाहट नहीं मिली है. अदंरखाने यह चर्चा है कि मुकेश ने बदला लेने के लिए यह साजिश रची है. लेकिन जिस तरह से गोली चलायी गयी है और उसकी मां ने जो बयान दिया है, उससे घटना के दूसरे पहलू पर भी जांच की जा रही है.
ठंड में भोर में क्यों निकला
कड़ाके की ठंड में जहां लोग घर से निकलना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं. वहीं मुकेश भोर में ही चार बजे घर से निकल गया. वहीं एक घंटे बाद बेटे का अपहरण करने की बात सामने आयी है. पुलिस जांच कर रही है कि मुकेश का ऐसा कौन-सा काम था, जिसके लिए वह इतनी सुबह घर से निकल गया था.
मसौढ़ी में हत्या का आरोप
सितंबर माह में मसौढ़ी में एक महिला की लाश मिली थी. उसका बेटा मुकेश के डेकोरेशन की दुकान पर काम करता था. बेटे ने आरोप पर मुकेश के खिलाफ मसौढ़ी में मामला दर्ज किया गया. इसके अलावा अन्य आपराधिक गतिविधियों में उसका नाम सामने आ चुका है.