पटना/फुलवारीशरीफ: राज्य में शीघ्र ही दस हजार और पुलिसकर्मियों की बहाली होगी. पुलिसकर्मियों की नियुक्ति होने से राज्य में कार्यरत पुलिसकर्मियों पर काम का दबाव थोड़ा कम होगा. डीजीपी पीके ठाकुर ने स्वीकार किया कि बिहार पुलिस संसाधनों की कमी के बावजूद पूरी निष्ठा और लगन से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है.
उक्त बातें फुलवारीशरीफ स्थित बीएमपी 5 में 180 नवप्रशिक्षु आरक्षियों के संयुक्त दीक्षांत परेड की सलामी के बाद आयोजित एक सभा में कहीं. उन्होंने कहा कि जमुई के सिमुलतला व बक्सर के डुमरांव में पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण के लिए नया सेंटर बनेगा.
डीजीपी ने पासिंग आउट परेड में शामिल सभी आरक्षियों से नौकरी के दौरान अपने कर्तव्यों के पालन में जी-जान से जुटने का आह्वान करते हुए कहा कि कानून आपकी रक्षा करेगा. कानून का पालन करने के लिए समाज में हर तबके के लोगों के साथ सम्मान के भाव के साथ अपने दायित्वों का पालन करें. उन्होंने सभी नये रंगरूटों से अपील की है कि आम जनता के साथ मित्रवत और सम्मान जनक संबंध रख कर पुलिसकर्मी समाज में अपनी बिगड़ी हुई छवि को सुधार सकते हैं. सभी प्रशिक्षण केंद्रों के सर्वश्रेष्ठ अनुदेशक व सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षुओं को प्रशस्ति पत्र देकर पुलिस महानिदेशक ने पुरस्कृत किया. प्रशिक्षुओं को आइजी प्रशिक्षण अमित कुमार ने शपथ दिलायी.
एडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय, एडीजी एके उपाध्याय, एडीजी (निगरानी) रवींद्र कुमार, एडीजी राजेश चंद्रा, एडीजी एसके भारद्वाज, एडीजी केएस द्विवेदी, एडीजी सुनील कुमार, एडीजी आलोक राज, आइजी प्रीता वर्मा, सुनील कुमार, कुंदन कृष्णन, अमरेंद्र कुमार आंबेडकर, प्रवीण वशिष्ट, विनय कुमार, सुशील एम खोपड़े, पंकज दराद, जीतेंद्र कुमार, डीआइजी अजिताभ कुमार आदि थे.