पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि देश की एकता में खलल डालने की कोशिश हो रही है. कभी हिंदू राष्ट्र के नाम पर, तो कभी भाषा की बात कह कर. मौलाना मजहरुल हक की 148वीं जयंती पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग ऐसी परिस्थिति पैदा कर रहे हैं.
वे अपने वादों को दरकिनार कर अपने एजेंडे की ओर बढ़ रहे हैं. पता नहीं वे देश को गृहयुद्ध के कगार पर लाना चाहते हैं या देश को बांटना चाहते हैं? हमें इन छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज कर एक होकर चलना चाहिए.
अफवाह से दूर रहें
उन्होंने कहा, समाज में कई तरह की अफवाह फैलती है और फैलायी जाती है. इससे दूर रहें. अगर समाज में ऐसी बात हो, तो उस पर विमर्श करें. भावना में नहीं आयें. हिंदू हो या मुसलिम कुछ कट्टरपंथी लोग होते हैं, जो अपना रोजगार चलाते हैं. देश और समाजहित में ऐसे लोग इस तरह की बात को पनपने नहीं दें. सीएम ने कहा कि देश में कई भाषा है. हिंदू, मुसलिम, सिख हो या ईसाई सभी एक ही धागा में पिरोए हुए हैं. मौलाना मजहरुल हक ने अपने जीवन को इसी काम में लगाया था. कहते थे कि वह किसी मजहब के नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के हैं.
अरबी-फारसी विवि को देंगे जमीन : मुख्यमंत्री ने कहा कि मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विवि के लिए 31 दिसंबर से पहले जमीन दी जायेगी. मदरसा बोर्ड के लिए भी काफी पहल की जा रही है. उसके काम भी इसी महीने हो जायेंगे. जहां तक ग्रांट देने की बात है,तो एक सप्ताह में आर्थिक मदद दी जायेगी. जहां तक विवि के लिए मकान की बात कही गयी, तो सरकार के चार साल बीत चुके हैं, लेकिन कई मंत्री व विधायकों को अब तक आवास नहीं मिला है. सरकार की लाइफ आठ से दस महीने है. बावजूद मकान उपलब्ध कराया जायेगा,जहां पढ़ाई हो सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनमें काम करने का जज्बा है. जो लोग मायूस हैं और गरीब हैं. उनकी मदद करना चाहते हैं. वह पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बनाये रोड मैप पर चल रहे हैं. भाषा, मजहब, सोशल हो या आर्थिक मामला, जहां मौका मिलता है सुधार करते हैं. साथ ही उसे आगे बढ़ाने में भी हिचकते नहीं हैं. पार्टी के तय एजेंडा पर वह विकास कर रहे हैं.
समाज में एकता के साथ काम करने की जरूरत : वृशिण
शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल ने कहा कि समाज में एकता के साथ काम करने की जरूरत है. अरबी फारसी विवि व मदरसा बोर्ड को जमीन की आवश्यकता है और सरकार जल्द उपलब्ध करायेगी. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नौशाद आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मामले पर ज्यादा ध्यान देते हैं. उनसे लगातार गाइड लाइन मिलता रहता है. वह अरबी-फारसी विवि का मामला जल्द से जल्द दूर करेंगे. समारोह में बिहार हज कमेटी के चेयरमैन मौलना अनीसुर रहमान कासमी, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रधान सचिव आमीर सुबहानी, अरबी-फारसी विवि के कुलपति प्रो. एजाज अली अरशद, प्रतिकुलपति मो तौकीर आलम व उच्च शिक्षा के निदेशक एस एम करीम मौजूद थे.