पटना: जेइ के मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से पटना सिविल सजर्न ने सभी अस्पताल के प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी किया है, ताकि इस बीमारी का लक्षण दिखते ही सिविल सजर्न कार्यालय को जल्द जानकारी मिल सके. इसके अलावा बीमारी बढ़ने पर तुरंत ही मेडिकल कॉलेज में रेफर करने का निर्देश दिया गया है, ताकि बच्च समय रहते ठीक हो जाये.
बीमारी के लक्षण व बचाव की जानकारी के लिए एक पैंपलेट तैयार किया गया है, जो सभी अस्पताल, आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं आशा के पास उपलब्ध हैं. इसे लोगों में वितरित करना है या अनपढ़ लोगों को पढ़ कर बताना है.
पानी की जांच शुरू
इस बीमारी के फैलने का प्रमुख कारण गंदगी है. इसको देखते हुए जिले के ब्लॉक स्तर पर पानी की जांच की जा रही है. जांच के लिए एक टीम गठित की गयी है, जो पानी लाकर पब्लिक हेल्थ लेबोरेटरी को देगी. इसकी रिपोर्ट भी सिविल सजर्न कार्यालय में जमा करनी होगी.
निजी अस्पतालों की देनी होगी रिपोर्ट
अगर इस बीमारी की चपेट में आनेवाला कोई भी व्यक्ति अपना इलाज किसी नीजि अस्पताल में कराता है, तो उसे पूरी जानकारी सिविल सजर्न कार्यालय को देनी होगी. जो ऐसा नहीं करेगा और इसकी पुष्टि होगी, तो उस नर्सिग होम पर कार्रवाई की जायेगी.