पटना: पूर्व मध्य रेल में रेल यूनियन की मान्यता के लिए हुए चुनाव में इस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (इसीआरकेयू) ने दोबारा जीत हासिल कर ली है. चुनावी मैदान में खड़े सभी पांच यूनियनों में इसीआरकेयू ने अकेले 45 फीसदी से अधिक मत लाये.
इसके आस-पास दूसरे यूनियन टिक भी नहीं सके. रेलवे के नियमानुसार बहुमत लाने पर इसीआरकेयू को छह साल के लिए मान्यता मिल गयी है. प्रबंधन के साथ होनेवाली आधिकारिक वार्ता में इसी यूनियन के नेता शामिल होंगे. 25 से 27 अप्रैल तक हुए मतदान में कुल 74 हजार रेलकर्मियों से करीब 80 फीसदी ने मतदान किया था. तय समय के अनुसार गुरुवार की सुबह सात बजे से मतगणना शुरू हुई.
सभी रेल मंडलों में इसीआरकेयू ने बाजी मारी. इसीआरकेयू को 23,612 मत प्राप्त हुए. परिणाम घोषित होते ही पूमरे प्रशासन ने इसीआरकेयू को मान्यता मिलने की विधिवत घोषणा भी कर दी. दूसरे संगठनों में इस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस को 16919, इसीआर मजदूर यूनियन को 9388, इंप्लाइज यूनियन को 5874 व पूमरे मजदूर संघ को मात्र 3599 मत ही मिल सके. रिजल्ट घोषित होते ही पूमरे के सभी मंडल मुख्यालयों में इसीआरकेयू के नेताओं ने विजय जुलूस निकाला.
पटना जंकशन पर गाजे-बाजे के साथ विजय जुलूस निकाला गया. यूनियन की जीत मिलने पर एमएन वाजपेयी, शशिकांत पांडेय, एसएसडी मिश्र, एसएनपी श्रीवास्तव, सुनील कुमार सिंह, एके शर्मा व बीके यादव ने रेलकर्मियों का आभार जताया. पटना शाखा के सहायक सचिव एके शर्मा ने कहा कि रेलकर्मियों के प्रति किये गये कार्यो के कारण ही इसीआरकेयू को दोबारा जीत मिली है.