मोकामा: बेरोजगार युवकों को जाल में फंसा कर नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करनेवाले गिरोह का पुलिस ने परदाफाश किया व गिरोह से जुड़े तीन लोग गिरफ्तार किये गये हैं . इनमें एक प्रेमी युगल भी शामिल है. पुलिस की कोशिशों के बावजूद मुख्य सरगना गिरफ्त में नहीं आ सका है. पूरा प्रकरण तब सामने आया जब बैंक ऑफ बड़ौदा की मोकामा शाखा प्रबंधक ने इंस्पेक्टर को सूचना दी कि एक व्यक्ति फर्जी कागजात पर योगदान देने आया है.
बैंक ऑफ बड़ौदा की मोकामा शाखा में मसौढ़ी का संजय गुप्ता चपरासी के पद पर योगदान देने आया था. शाखा प्रबंधक एके सिंह को पहली नजर में ही कागजात फर्जी लगा. शाखा प्रबंधक ने मुख्य कार्यालय से संपर्क साधा तो वहां से आदेश मिलने पर मैनेजर ने मोकामा पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मसौढ़ी निवासी संजय गुप्ता को हिरासत में ले लिया. संजय से पूछताछ के बाद उसे लेकर आयी युवती को हिरासत में लिया.
युवती के मोबाइल पर उसके प्रेमी का लगातार फोन आ रहा था. मोकामा के इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह ने प्रेमी अजय कुमार का मोबाइल लोकेशन निकालने को कहा. अजय का लोकेशन बैंक के आस-पास होने की सूचना साम्यागढ़ ओपी प्रभारी द्वारा दी गयी. इसी बीच युवती के प्रेमी अजय को बैंककर्मी ने बहला- फुसला कर बुलाया . ज्योंही वह बैंक आया ऋषिकेश ने उसे धकेल कर बैंक के अंदर कर दिया. गिरफ्तार लोगों के पास से चार मोबाइल फोन, अस्सी हजार नकद, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के दो फर्जी ऑफर लेटर, तीन लाख के चेक व अन्य कागजात बरामद किये गये हैं. तीनों को जेल भेज दिया गया है.
पटना में भी छापेमारी
गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद इंस्पेक्टर ने एसएसपी मनु महाराज तथा सिटी एसपी जयंत कांत को अवगत कराया. एसएसपी के निर्देश पर सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार ने छापेमारी भी की, पर दफ्तर बंद रहने से गिरफ्तारी नहीं हो सकी.