पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अंदरखाने में ऊंचे स्तर पर राजद व भाजपा के बीच सीटों का समझौता हो चुका है. सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सीएम ने पहली बार राजद व भाजपा पर इस तरह का सीधा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक सत्ता से हटने के कारण बौखलाहट में है, तो दूसरा सत्ता छिनने के कारण. येन-केन प्रकारेण दोनों की कोशिश है कि कैसे सत्ता में आया जाये. इसके लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं. सीटों का समझौता कोई छोटे स्तर पर नहीं, बड़े स्तर पर हुआ है.
हम बयान बहादुर नहीं
बोधगया में रविवार को सीरियल बम ब्लास्ट के बाद राजद द्वारा मगध प्रमंडल के बंद का आह्वान व भाजपा नेताओं द्वारा धरना पर बैठने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बोधगया मामले को राजनीतिक तूल नहीं दिया जाना चाहिए. इस मुद्दे पर राजनीतिक व सामाजिक रूप से हमें एकजुट होने की जरूरत है. लेकिन, भाजपा व राजद में एकता है. हमारे एक कदम से सब एक्सपोज हो रहे हैं. सत्ता में आने के लिए दोनों दल हर तरह के प्रयास कर रहे हैं. सत्ता से हटने के कारण दोनों बौखलाहट में हैं. उन्होंने कहा कि साढ़े सात साल तक बिना कुछ किये ही छपते रहते थे. अच्छा है और छपें. मेरे लिए सत्ता कोई मायने नहीं रखती. सिद्धांत के लिए हम कोई भी कुरबानी देने को तैयार हैं. हम बयान बहादुर भी नहीं हैं. हम बयान बहादुर हो भी नहीं सकते. लोहिया-जेपी कहा करते थे कि सरकार में रहनेवालों को जुबान से नहीं, काम से बोलना चाहिए. साढ़े सात साल तक हमारा काम बोला है. हम आगे भी नहीं बोलेंगे. हमारा काम ही बोलेगा.
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि हम जमीन से जुड़े लोग हैं. आसमान पर हमारी पकड़ कम है. कुछ लोग हैं, जिनकी पकड़ आसमान पर अधिक है. हमें जमीन पर ही रहने दीजिए और आसमान में रहनेवालों को लेकर सवाल मत पूछिए. समय आने पर सबको पता चल जायेगा. उन्होंने कहा कि किसी को भ्रम न हो कि सरकार कमजोर है.