पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पटना नगर निगम के आयुक्त को निलंबन करनेवाली राज्य सरकार को दो सौ करोड़ के दवा घोटाले के अधिकारी को निलंबित करने की हिम्मत नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने कुलदीप नारायण को तथ्यहीन आरोपों में निलंबित किया है, लेकिन सौ करोड़ से ज्यादा की दवा घोटाले में बीएमएसआइसीएल के एमडी प्रवीण किशोर और समिति के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह पर को निलंबित करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी. मोदी ने कहा कि इन अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की जगह सरकार ने उन्हें बचाने के लिए उनके पैतृक विभाग में वापस भेज दिया. उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की किल्लत से आम जनता परेशान है और उन्हें बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही है.
उन्हीं अधिकारियों ने बीएमएसआइसीएल ने छह जून, 2014 से दवाओं की खरीद बंद कर दी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा खरीद के लिए लगभग 66 करोड़ रुपये के आवंटन के बावजूद जिलों में सिविल सजर्न निविदा निकालने से कतराने लगे है. सरकारी अस्पतालों की ओपीडी के लिए 33 और इनडोर के लिए 112 प्रकार की दवाएं निर्धारित हैं, मगर अस्पतालों में दवाओं के लिए हाहाकार मचा हुआ है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने बार-बार सौ करोड़ से ज्यादा के दवा घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग की है. इससे सरकार भाग रही है.
भाजपा की लोकप्रियता से विरोधी निराश : नंद किशोर
पटना. विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से विरोधियों में निराशा है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद अब भविष्यवाणी कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी सरकार छह माह में गिर जायेगी. लोकसभा चुनाव के वक्त उन्होंने कहा था कि मोदी जी की कुंडली में पीएम बनने का योग नहीं है. लेकिन, जनता ने प्रचंड बहुमत से नरेंद्र मोदी को पीएम बनाया. भविष्यवाणी का नया-नया चस्का नीतीश कुमार को भी लगा है. वह भविष्यवाणी कर रहे हैं कि बिहार पुराने दौर में नहीं लौटेगा. उनकी भविष्यवाणी की हवा तो बिहार की मौजूदा कानून-व्यवस्था की हालत अभी से निकाल रही है.