जदयू प्रवक्ता ने सुशील मोदी से पूछा है कि जी 20 शिखर सम्मेलन में काला धन मुद्दे को उठाने को ही कालाधन की वापसी का प्रयास बता कर देश के लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं. शिखर सम्मेलन में दिये गये विचार से सहमति बनाने का प्रयास हो सकता है,लेकिन समस्याओं का निदान हो जायेगा. यह केवल भ्रमजाल है. जी 20 शिखर सम्मेलन के बाद भारत में स्वीट्जरलैंड के राजदूत ने स्वीस बैंक के कालाधन खाताधारियों के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया.
अब सुशील मोदी बताये कि भारत में स्वीस राजदूत के बयान से कालाधन वापसी के आसार घटे हैं या बढ़े हैं? काला धन 100 दिन में लाने का दंभ भरने वाली भाजपा यह बताये कि देश के गरीबों की जन-धन योजना में जमा पैसों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कॉरपोरेट घराने के अदानी ग्रुप के माध्यम से 6200 करोड़ भारत का पैसा ऑस्ट्रेलियाई कंपनी में लगाये जाने का सहमति प्रदान की है. तीस मार्च को नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर कहा था कि काला धन वापसी में तत्कालीन केंद्र सरकार में शासन कर रहे राजनीतिक दल के लोगों का नाम रहना बाधा बन रही है. अब तो गेंद उनके पाले में है,तो नाम सार्वजनिक क्यों नहीं करते हैं?