पटना: पटना में अपार्टमेंटों का जाल बिछवाने में अहम भूमिका निभानेवाले 11 वास्तुविदों को गुरुवार को नगर निगम ने तलब किया है. वहीं, शुक्रवार को भी 40 अन्य वास्तुविदों से पूछताछ की जायेगी. यह जानकारी नगर निगम के आयुक्त कुलदीप नारायण ने दी. उन्होंने बताया कि वास्तुविदों ने अर्बन प्लानिंग शाखा में अपनी रिपोर्ट सौंपी है.
इस रिपोर्ट को सामने रख कर उनसे पूछताछ की जायेगी. जून, 2009 से लेकर अब तक निबंधित वास्तुविदों ने निगम क्षेत्र में 5684 नक्शे पास किये. इनमें 11 वास्तुविदों ने अपेक्षा से कहीं ज्यादा नक्शा पास किये हैं. इसकी जांच की जा रही है. जिन लोगों को चार जुलाई को तलब किया गया है, उनमें आलोक कुमार, अवधेश प्रसाद, जीवछ कुमार, मनोज कुमार, नीरज सौनिक, प्रदीप कुमार, राकेश कुमार रंजन, रामयतन प्रसाद, रूपक कुमार, सच्चिदानंद व मो फैयाज शामिल हैं.
एक ने पास किये 1551 नक्शे
नगर निगम से 51 निबंधित वास्तुविद हैं. इन पर नक्शा पास करने के साथ ही उसके अनुरूप भवन का निर्माण कराने की भी जिम्मेवारी है. पिछले ढाई साल में वास्तुविद रमन कुमार ने 1551 नक्शे पास किया हैं, जिन पर प्राथमिकी भी दर्ज है. वहीं, अरुण कुमार ने 864 व राकेश रंजन ने 702 नक्शे पारित किये हैं. उन्होंने किस आधार पर इतने नक्शे पारित किये, इसकी जांच की जायेगी तथा दोषी वास्तुविदों पर विभागीय व आपराधिक कार्रवाई होगी.
आज तक दान में नहीं मिली आंख
पीएमसीएच में 1984 में स्थापित आइ बैंक से अब तक किसी की आंखों को रोशनी नहीं मिली है. यहां 10 हजार से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया, पर नेत्रदान के लिए आज तक कोई नहीं आया. रजिस्ट्रेशन करानेवालों के परिजन इसमें रुचि नहीं दिखाते. राजगीर के विरायतन की स्थिति भी ऐसी ही है. कहने के लिए दोनों जगहों पर आइ बैंक हैं. रजिस्ट्रेशन भी खूब होते हैं, पर न तो यहां कोई नेत्रदान के लिए आता है और न ही किसी जरूरतमंद को आंखें ही लगायी जाती हैं.