पटना: पूर्व आइएएस अधिकारी ललन सिंह, उनकी पत्नी प्रभा सिंह व उनके बॉडीगार्ड ने 15 साल की नौकरानी रीता के साथ बेरहमी की सारी हदें पार कर दीं. रीता ने आरोप लगाया है कि उसके अंदरूनी समेत कई अंगों को लोहा गरम कर दागा गया. इतने से भी मन नहीं भरा, तो मारपीट कर पत्थर के लोढ़े से प्रहार कर बांया हाथ तोड़ दिया. उसकी आंखों में भी काफी चोटें आयी हैं. गरम लोहे से दागे जाने के कारण रीता के पैर, पीठ, पेट, छाती व अंदरूनी हिस्से में जलने का निशान हैं.
घटना के बाद रीता किसी तरह पूर्व आइएएस अधिकारी के बोरिंग रोड स्थित राज लक्ष्मी अपार्टमेंट से 30 जून को भाग निकली. भाग कर वह अपने गांव परसा बाजार थाने के एतवारपुर पहुंची. उसने घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी. इसके बाद रीता को लेकर उसका भाई राजकुमार व मां मीना देवी बुद्धा कॉलोनी थाने में एक जुलाई की शाम पहुंचे व घटना की जानकारी दी.
पुलिस ने रीता को घायल देख कर कुछ देर के लिए इसे सड़क दुर्घटना मान लिया और उसे फौरन इलाज के लिए आयकर गोलंबर स्थित गार्डिनर अस्पताल भेज दिया. वहां से लौटने के बाद जब पुलिस ने मां मीना देवी से जब घटना के संबंध में बयान लिया, तो उसके भी होश उड़ गये. इसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश के बाद मीना देवी के बयान को महिला थाने भेज दिया गया.
बयान के आधार पर महिला थाने में पूर्व आइएएस ललन सिंह, उनकी पत्नी प्रभा सिंह व बॉडीगार्ड के खिलाफ आइपीसी की धारा 341/323/307/325/326/354/34 व 22 (ए) एमडब्ल्यूए (मेंटेनेंस वेलफेयर एक्ट) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इधर, मामला दर्ज होने के बाद बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष संजय कुमार व महिला थानाध्यक्ष मृदुला कुमारी की टीम ने राजलक्ष्मी अपार्टमेंट में छापेमारी की, लेकिन फ्लैट में ताला लटका था.