राज्यभर के बैंकों में लटके रहे ताले, 48 हजार कर्मी हड़ताल में रहे शामिल
पटना : एक नवंबर, 2012 से लंबित वेतन पुनरीक्षण की मांग को लेकर बिहार-झारखंड के बैंककर्मी गुरुवार को हड़ताल पर रहे. राष्ट्रीयकृत, निजी व विदेशी बैंकों में ताले लटके रहे. बैंकों में कामकाज नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हुई. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर राज्य की 5943 से अधिक शाखाओं के 48,000 अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे. निजी बैंक के स्टाफ समय पर बैंक पहुंचे, लेकिन बैंक के शटर तक नहीं खुले. वे डेढ़ से दो घंटे तक बाहर खड़े रहे.
एटीएम भी ठप
हड़ताली कर्मचारियों ने निजी क्षेत्र के बैंकों व एटीएम को ठप भी कराया. इससे किसी भी प्रकार का बैंकिंग कार्य नहीं हुआ. हालांकि लोगों को अधिक परेशानी न हो, इसके लिए शहर के पटना जंकशन, आयकर गोलंबर, फ्रेजर रोड, गांधी मैदान, हथुआ मार्केट के सामने स्थित एसबीआइ, खेतान मार्केट स्थित एक्सिस व पीएमसीएच स्थित पीएनबी की एटीएम को खुला रहने दिया गया.
130 करोड़ की निकासी बाधित
ऑल इंडिया नेशनलाइज्ड बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि एक दिन की हड़ताल के कारण राज्य भर में 15,000 करोड़ का कारोबार बाधित हुआ. एटीएम से हर दिन राज्य भर में औसतन 130 करोड़ रुपये की निकासी होती है, यह भी बाधित हुआ.