पटना. पूर्णिया की छठी कक्षा की छात्र कीमती भले ही सामान्य बच्चों की तरह बोल नहीं पाती है, लेकिन वह अपने नृत्य से सभी को चौंका देती है. कटिहार का नेत्रहीन छात्र गौतम लोक गीत गाता है, तो वहीं डे केयर में मंदबुद्धि के बावजूद शिक्षक के पद पर कार्यरत गौरव बच्चों के लिए प्रेरणा स्नेत है. कुछ इसी तरह की प्रतिभा ‘उड़ान’ प्रतियोगिता में बुधवार को देखने को मिलेगी.
ब्लाइंड व मूक वधिर बच्चे नृत्य व संगीत की प्रस्तुति देंगे,तो वहीं ट्राई साइकिल आदि खेलों के जरिये अपना लोहा मनवायेंगे. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से विक लांग दिवस पर तीन दिसंबर को प्रतियोगिता करायी जायेगी. इसमें बिहार के विकलांग बच्चे भाग लेंगे. इनमें ब्लाइंड व मूक वधिर बच्चे नृत्य व संगीत की प्रस्तुति देंगे,तो वहीं ट्राई साइकिल के जरिये अपना लोहा मनवायेंगे. विकलांग बच्चे खेल-कूद से लेकर नृत्य-संगीत आदि विधाओं में पारंगत होंगे.
उड़ान प्रतियोगिता में वे अपना बेहतर प्रदर्शन करेंगे. इसमें जलेबी दौड़,पेटिंग,नृत्य व संगीत,खेल व ट्राई साइकिल प्रतियोगिता करायी जायेगी. इसमें बच्चे विभिन्न विधाओं का प्रदर्शन करेंगे. चयनित बच्चों को पुरस्कृत किया जायेगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के कार्यक्रम हेड एके साहा ने बताया कि विकलांग बच्चे समाज में बेहतर कर सके, इसके लिए कार्यक्रम हो रहा है.