पटना : पटना-गया पैसेंजर, कमला-गंगा इंटरसिटी और राजगीर-दानापुर इंटरसिटी जैसी परंपरागत पैसेंजर ट्रेनों को पूर्व मध्य रेल अलविदा कहनेवाला है. अब यात्री 100-150 किलोमीटर तक का रेल सफर डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट) और मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट) ट्रेनों से कर सकेंगे. पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने डेमू-मेमू ट्रेनों की संख्या में वृद्धि की घोषणा करते हुए बताया कि अगले एक साल में परंपरागत कोच (कन्वेंशनल) को हटा कर डेमू-मेमू ट्रेनें चलायी जायेंगी.
परंपरागत पैसेंजर ट्रेनों में बैठने के लिए सीट होती है, जबकि खड़े रहने के लिए अधिक जगह नहीं होती है. हर डिब्बे अलग होते हैं, वहीं डेमू-मेमू ट्रेन में एक बोगी में प्रवेश करने के बाद अन्य बोगियों में भी जाया जा सकता है. बोगियों के प्रवेश द्वार भी परंपरागत ट्रेनों से बड़े होते हैं. बैठने के साथ-साथ खड़े रहने के लिए भी अधिक जगह रहती है.
* लोकल सफर के लिए आसानी
डेमू-मेमू ट्रेन मुख्य रूप से कम दूरी के आवागमन के लिए होती है. 100 से 150 किलोमीटर के बीच इस तरह के ट्रेनों का परिचालन किया जाता है. इसमें एक इंजन आगे व एक पीछे भी रहता है. ऐसी ट्रेनें किसी स्टेशन से वापस होने के लिए आगे जा कर दूसरे ट्रैक से नहीं लौटतीं, बल्कि उसी ट्रैक से ही लौट सकती हैं. इससे समय की बचत होती है.
* पूमरे के महाप्रबंधक ने की घोषणा
* खड़े रहने के लिए ज्यादा जगह